मध्यप्रदेश में कोरोना सैंपल की जांच के लिए अब पूल टेस्टिंग, विदेशों में भी अपनाई जा रही है ये प्रक्रिया | Pool testing now to investigate corona samples in Madhya Pradesh This process is also being adopted abroad

मध्यप्रदेश में कोरोना सैंपल की जांच के लिए अब पूल टेस्टिंग, विदेशों में भी अपनाई जा रही है ये प्रक्रिया

मध्यप्रदेश में कोरोना सैंपल की जांच के लिए अब पूल टेस्टिंग, विदेशों में भी अपनाई जा रही है ये प्रक्रिया

Edited By :  
Modified Date: November 29, 2022 / 08:35 PM IST
,
Published Date: April 16, 2020 5:24 am IST

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना सैंपल की जांच के लिए अत्याधुनिक पूल टेस्टिंग की प्रक्रिया अपनाई जाएगी । पूल टेस्टिंग से एक साथ कई सैंपल की जांच हो सकेगी इस प्रोसेस से जांच प्रक्रिया में भी तेजी आएगी।

ये भी पढ़ें- स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला करने वाले गिरफ्तार, सीएम ने दिए आरोपियों …

इससे पहले भारत में कोरोना वायरस पर काबू पाने के लिए उत्तर प्रदेश पूल टेस्टिंग व्यवस्था शुरू हो गई है। यूपी इस तकनीक से कोरोना टेस्ट करने वाला देश का पहला राज्य है। वहीं छत्तीसगढ़ में पूल टेंस्टिग की अमुमति दे दी गई है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने इसे शुरू करने की अनुमति दे दी है। पूल टेस्टिंग तकनीक के तहत एक-एक टेस्टिंग के बजाय एक बार में 8, 10, 16 या 32 नमूने लिए जा सकते हैं। सभी सैंपल को मिक्स कर रिपोर्ट तैयार होती है। अगर रिपोर्ट निगेटिव है तो जांच नहीं होती। पॉजिटिव आने पर हर व्यक्ति का अलग-अलग टेस्ट होता है। यह तकनीक वहां पर काफी कारगर है जहां पर कोरोना संक्रमण की सिर्फ आशंका होती है।

ये भी पढ़ें- बांद्रा स्टेशन पर भीड़ एकत्र करने के मामले में गिरफ्तारी, मजदूरों क…

पूल टेस्टिंग तकनीक में अगर 10 सैम्पल्स को चेक करने पर टेस्ट निगेटिव आते हैं तो माना जाता है कि सभी सैम्पल्स संक्रमण मुक्त हैं। अगर इसमें संक्रमण निकलता है तो इन सैम्पल्स की जांच अलग-अलग करनी पड़ती है। इससे स्क्रीनिंग का काम तेज हो जाता है। इससे पहले जर्मनी व इजराइल में पूल टेस्टिंग से जांच शुरू हो चुकी है।