नरसिंहपुर: नांदिया स्थित साकेत धाम में तंत्र साधना और वशीकरण के घिनौने खेल का भांडाफोड़ हुआ है। खुद को भगवान हनुमान का अवतार बताने वाले कथित स्वयंभू धर्मेंद्र दुबे हर सप्ताह मंगलवार और शनिवार को अपना दरबार लगाते और खुलेआम तंत्र साधना के नाम पर घिनौने कारनामों को अंजाम देते थे। बताया जाता है कि धर्मेंद्र दुबे के दरबार में खासकर ऐसी महिलाएं पहुंचतीं थी, जिन्हें बच्चे नहीं होते या ऐसी नाबालिग बच्चियां जो महत्वकांक्षी हो। ऐसी ही महिलाओं और नाबालिग बच्चों को धर्मेंद्र दुबे अपना शिकार बनाता था और उनसे अपनी हवस पूरी करता था।
बताया जाता है कि आश्रम की आड़ में धर्मेंद्र दुबे अपनी अय्याशी का अड्डा संचालित करता था। आश्रम में पहुंचने वाली पीड़ितों को ढोंगी धर्मेंद्र पहले भूत प्रेत बाधा और बुरा साया के नाम पर डराता धमकाता था। इसके बाद तंत्र क्रिया से ठीक करने का झांसा देकर पहले तरह-तरह की पूजा करता था और फिर उन्हें आश्रम में ही रुकने को कहता था। इसके बाद उनका दैहिक शोषण करता था और दैहिक शोषण करते समय उनका वीडियो भी बना लेता था। ताकि बाद में उन्हें ब्लैकमेल करे। बाबा की करतूत सामने आने के बाद अब ग्रामीण भी खुलकर सामने आ गए हैं और बाबा के खिलाफ बोलते हुए सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
वहीं, दूसरी ओर पुलिस के शिकंजे में आने के बाद अब बाबा के खिलाफ धारा 376 के तीन मामले और 354 नाबालिग से दुष्कर्म पर पास्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। वहीं पुलिस ढोंगी बाबा से साथ जब्त किए गए मोबाइल से डाटा रिकवर करने में लगी हुई है, ताकि पुलिस को महत्वपूर्ण जानकारी मिल सके कि अब तक बाबा ने कितने लोगों को अपने दुष्कर्म का शिकार बनाया है। बाबा बड़े ही चालाक तरीके से शरण में आई युवतियों को झांसी में लाता था। उन्हें रंग-बिरंगे ताबीज देकर आश्वस्त करता था कि सब ठीक हो जाएगा और पर उनसे संबंध स्थापित करने का दबाव डालता था। शोषण के दौरान ब्लैकमेल करने की नियत से मोबाइल से वीडियो रिकॉर्डिंग और सेल्फी भी लेता था। अब बाबा की पुलिस ने गिरफ्त में आने के बाद पीड़ित महिलाएं भी खुलकर सामने आ रही हैं। अब तक 3 महिलाओं सहित एक नाबालिग ने अलग-अलग दुष्कर्म की एफआईआर दर्ज कराई है।
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पुलिस के मुताबिक अभी और भी कई खुलासे होंगे, क्योंकि लगातार ढोंगी बाबा के खिलाफ शिकायतें मिल रही है। वहीं पुलिस उनकी चल अचल संपत्ति को लेकर भी पड़ताल में जुटी हुई है। यह जो आश्रम बनाया गया है, वह भी सरकारी जमीन पर बनाया गया है। इसको लेकर स्थानीय तहसीलदार द्वारा जांच की जा रही है।
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