श्योपुर। समर्थन मूल्य पर खरीदे गए साढ़े 12 लाख रुपए के गेहूं को गायब करने के आरोपी को पुलिस ने 5 साल बाद पकड़ा हैं। आरोपी 5 साल से मुरैना जिले के सबलगढ़ कस्बे में पिता का नाम बदलकर रह रहा था। मामला बरगवां सहकारी संस्था का हैं। जहां 2014 में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदा गया था। खरीदा गया 824 क्विंटल गेहूं सेंटर से गोदामों तक पहुंचाने के बीच में ही गायब हो गया। जिसकी कीमत 12.50 लाख रुपए से ज्यादा थी।
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इस मामले में बरगवां सोसायटी मैनेजर व अन्य आरोपी को उसी समय गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था, लेकिन तीसरा आरोपी शाहिद उर्फ शहीद पुत्र शराफत उर्फ लियाकत अली निवासी इस्लामपुरा श्योपुर फरार हो गया था। उक्त आरोपी को बरगवां थाना पुलिस ने सबलगढ़ के गंज मोहल्ला से पकड़ा हैं। शाहिद सबलगढ़ में अपने पिता का नाम बदलकर रह रहा था। 5 साल पहले ही इसकी सूचना मिली थी, लेकिन आरोपी 5 साल से पुलिस को भ्रमित कर रहा था।
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ताज्जुब की बात ये है कि पुलिस कई बार इसको पकड़ने गयी लेकिन, पिता की वल्दियत देखकर वापिस आगयी, श्योपुर पुलिस ने आरोपी के पूरे दस्तावेज़ तलाशे जिसमें यह साफ हुआ कि जिस पिता के नाम से वह रह रहा है वो मुरैना के निवासी है ही नही, पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर और सख़्ती से पूछताछ की तो आरोपी ने अपना जुर्म कबूल किया और अपनी अगली पहचान बताई ।