चोरी के 'OP' से जहरीले 'जाम', OP से नकली शराब बना रहे माफिया | Poisoned 'jam' from stolen 'OP', mafia making fake liquor from OP

चोरी के ‘OP’ से जहरीले ‘जाम’, OP से नकली शराब बना रहे माफिया

चोरी के 'OP' से जहरीले 'जाम', OP से नकली शराब बना रहे माफिया

Edited By :  
Modified Date: November 29, 2022 / 08:02 PM IST
,
Published Date: January 21, 2021 1:12 pm IST

मुरैना, मध्यप्रदेश। मुरैना जिले में जहरीली शराबकांड मामले में एक और नई कड़ी जुड़ गई है, जिसके मुताबिक मुरैना और ग्वालियर के बीच रायरू डिस्टलरी फैक्ट्री में बन रहे ओपी यानी ओवर प्रूफ केमिकल के कारण मुरैना समेत ग्वालियर-चंबल अंचल में जहरीली और नकली शराब का कारोबार जोर पकड़ रहा है। फैक्ट्री से शराब बनाने का केमिकल जिन टैंकरों से रवाना होता है उनके ड्राइवर हाईवे के ढाबों पर रुककर माफिया को ओपी बेच देते हैं जिसके बाद अंचल के सभी कलेक्टर्स ने ओपी को लेकर अलर्ट जारी किया है।

पढ़ें- मेरी मां के भरोसे ने मुझे इस मुकाम पर पहुंचाया, उपर..

मुरैना के जहरीली शराब कांड के बाद अधिकारियों ने ग्वालियर-चंबल की शराब फैक्ट्रियों पर नजर गढ़ा ली है। दरअसल यहां डिस्टलरी में बन रहे ओपी यानी ओवर प्रूफ केमिकल को चोरी करके बेचा जा रहा है, जिसके जरिए शराब माफिया जहरीली शराब बना रहे है। ताजा आकड़ों के मुताबिक मुरैना में जितनी बार भी ओपी पकड़ा गया उनकी जांच में सामने आया है कि ये ग्वालियर की रायरू डिस्टलरी से निकले टैंकरों से चुराया गया है। बीते दिनों हुई कार्रवाई पर नजर डाले तो 20 दिसंबर को नूराबाद पुलिस ने सांक नदी के पुल पर 13 सौ लीटर ओपी जब्त किया।

पढ़ें- 22 जनवरी को भाजपा करेगी जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन औ…

आरोपियों ने कुबूला कि इसे रायरू डिस्टलरी से निकले टैंकर्स से खरीदा हफ्तेभर पहले रायरू डिस्टलरी से 30 हजार लीटर ओपी से भरा एक टैंकर भीलवाड़ा रवाना हुआ था। लेकिन बीच में एक ढाबे पर 2500 लीटर ओपी निकाली गई।  ग्वालियर पुलिस भी ऐसे केमिकल्स को कई बार पकड़ चुकी है।

पढ़ें- प्यारे मियां यौन शोषण केसः प्रताड़ना से तंग आकर…

रायरू डिस्टलरी से रवाना होने वाले टैंकरों से अवैध रूप से निकाले जाने वाला ओपी नकली शराब बनाने वाले तस्करों तक पहुंचता है। एक लीटर ओपी से लगभग दो पेटी शराब बनती है। नकली शराब बनाने वाले इसमें अन्य घातक केमिकल मिलाकर कई गुना शराब बनाते हैं। यही शराब कभी-कभी जहरीली बन जाती है। मुरैना के शराबकांड जैसी घटनाएं सामने आती है। हालांकि प्रशासन और पुलिस अब इस पर अंकुश लगाने की बात कह रहे हैं।

पढ़ें- कोरोना अभी गया नहीं, बुजुर्ग अब भी बरतें सावधानी, 1…

डॉक्टर भी मान रहे है कि मुरैना में शराब में केमिकल की मात्रा ज्यादा होना मौतों की वजह है। शराब में मिथाइल अल्कोहल होगा, जिससे आंखों की रोशनी जाती है और ये हॉर्ट ओर किडनी पर भी असर करता है। डॉक्टरों के मुताबिक स्प्रिंट एक एल्कोहल है, जिसमें मिथाइल ओर इथाइल होती है।इथाइल पीने के लिए होती है। मिथाइल जहरीली होती है। मुरैना कांड की जांच के लिए बनाई गई कमेटी ने भी माना है कि मिथाइल अल्कोहल के चलते मौतें हुई है। इसी घटना के बाद जागा प्रशासन अब कार्रवाई में जुट गया है।

 
Flowers