नईदिल्ली। आज पीएम मोदी ने एक बार फिर से देशवासियों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कोरोना संकट से जूझ रही दुनिया के आंकड़ों को गिनाते हुए कहा कि हमे इस भीषण वैश्विक महामारी से बचना भी है और लड़ना भी है। उन्होने कहा कि न हमें थकना है न रुकना है और न ही बिखरना है।
ये भी पढ़ें:7 मई से अब तक 6037 भारतीय लौटे अपने वतन, अमेरिका, ब्रिटेन, बांग्लादेश सहित इन…
पीएम ने कहा कि तमाम मंथन के बाद हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि इस संकट से बचने का रास्ता है कि भारत को आत्मनिर्भर बनना होगा। संकट के इस दौर को अवसर में बदलना होगा, उन्होने कहा कि कोरोना संक्रमण के शुरूआती दौर में जहां हमारे देश में एक भी एन95 मास्क और पीपीई नहीं बनते थे आज हमारे देश में एक दिन में 2 लाख पीपीई और लगभग दो लाख एन95 मास्क बन रहे हैं।
ये भी पढ़ें: स्पेशल ट्रेनों से रेलवे की बंपर कमाई, चंद घंटे में बुक हुए 16 करोड़…
पीएम ने कहा भारत विश्व कल्याण की राह पर निकल पड़ा है, संकट काल में हमने कई देशों को दवा देकर उनकी मदद की है, दुनिया को विश्वास होने लगा है कि भारत बहुत अच्छा कर सकता है, मानव जाति के कल्याण के लिए बहुत कुछ अच्छा दे सकता है। सवाल यह है कि आखिर कैसे? इस सवाल का भी उत्तर है- 130 करोड़ देशवासियों का आत्मनिर्भर भारत का संकल्प।
ये भी पढ़ें: घर वापसी के लिए बस में चढ़ रहे मजदूर को अफसर ने मारी लात, सोशल मीडि…
पीएम ने कहा जो पृथ्वी को मां मानती हो, वो संस्कृति, वो भारतभूमि, जब आत्मनिर्भर बनती है, तब उससे एक सुखी-समृद्ध विश्व की संभावना भी सुनिश्चित होती है । जब भारत खुले में शौच से मुक्त होता है तो दुनिया की तस्वीर बदल जाती है। टीबी हो, कुपोषण हो, पोलियो हो, भारत के अभियानों का असर दुनिया पर पड़ता ही पड़ता है । आज हमारे पास साधन हैं, हमारे पास सामर्थ्य है, हमारे पास दुनिया का सबसे बेहतरीन टैलेंट है, हम सबसे अच्छे प्रोडक्ट बनाएंगे, अपनी गुणवत्ता और बेहतर करेंगे, सप्लाई चेन को और आधुनिक बनाएंगे, ये हम कर सकते हैं और हम जरूर करेंगे.