कृषि कानूनों के फायदे गिनाएंगे पीएम मोदी, रायसेन में 35 लाख लोगों को मिलेगी 16 सौ करोड़ की राहत राशि | PM Modi will count the benefits of agricultural laws

कृषि कानूनों के फायदे गिनाएंगे पीएम मोदी, रायसेन में 35 लाख लोगों को मिलेगी 16 सौ करोड़ की राहत राशि

कृषि कानूनों के फायदे गिनाएंगे पीएम मोदी, रायसेन में 35 लाख लोगों को मिलेगी 16 सौ करोड़ की राहत राशि

Edited By :  
Modified Date: November 29, 2022 / 07:50 PM IST
,
Published Date: December 18, 2020 1:48 am IST

भोपाल। नए कृषि कानूनों को लेकर लगातार तेज होते आंदोलन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मध्य प्रदेश के रायसेन में होने वाले किसान सम्मेलन में लाखों किसानों से खुद बात करेंगे। कार्यक्रम में 35 लाख किसानों को 1600 करोड़ रुपए की राहत राशि का वितरण किया जाएगा। प्रधानमंत्री कार्यक्रम में ऑडियो ब्रिज के जरिए जुड़ेंगे।

Read More News: MP Ki Baat: बयान…विवाद…बवाल! क्या सिर्फ सत्ता हासिल करना ही बीजेपी का आखिरी लक्ष्य है?

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए 18 दिसंबर को मध्यप्रदेश में हो रहे किसान कल्याण कार्यक्रम के संबंध में कलेक्टरों के साथ समीक्षा की। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टरों को कार्यक्रमों की पूरी तैयारी युद्ध स्तर पर पूरा करने के निर्देश दिए। सीएम इस दौरान रायसेन में कार्यक्रम में शामिल होंगे। जिसमें लगभग 20,000 किसान शामिल होंगे।

Read More News: CG ki Baat: सरकार की दो टूक…हथियार छोड़ो! क्या नक्सली समस्या का आखिरी समाधान बातचीत ही है?

बाकि जिलों में मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री किसानों को राहत राशि का वितरण करेंगे। इसी तरह के कार्यक्रम ब्लॉक और ग्रामीण स्तर पर भी होंगे। बता दें कि इस कार्यक्रम में 35 लाख किसानों को ₹1600 करोड़ की राहत राशि के वितरण के साथ ही पशुपालकों को को भी लाभ प्रदान किए जाएंगे।

Read More News: शादी समारोह में मारपीट, एक युवक की मौत, हत्या का मामला दर्ज कर पुलिस कर रही पूछताछ

कार्यक्रम में किसान क्रेडिट कार्ड का वितरण भी होगा। कृषि,ग्रामीण विभाग, राजस्व विभाग विशेष रूप से कार्यक्रम की तैयारियों को अंतिम रूप देंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस कार्यक्रम में कलेक्टर अधिकतम किसानों को जोड़ने का कोशिश करें।

Read More News:  किसान ने रौंद दी गोभी की फसल, कहा- एक रुपया किलो मिल रहा भाव, कटाई-ढुलाई में होता है ज्यादा खर्च