दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना की अगली किस्त जारी की, प्रधानमंत्री ने 9 करोड़ से अधिक किसान लाभार्थियों के खातों में 18,000 करोड़ से अधिक की राशि ट्रांसफर की है। इसके बाद पीएम ने कई राज्यों के किसानों को संबोधित किया। पीएम ने इस दौरान कहा कि ‘कुछ लोग ऐसा भ्रम फैला रहे हैं कि आपकी फसल का कोई कांट्रैक्ट करेगा तो जमीन भी चली जाएगी। इतना झूठ बोल रहे हैं। बिना तथ्य और तर्क के राजनीति हो रही है।
पीएम ने कहा कि हमने ऐसी व्यवस्था बनाया कि बिना किसी बिचौलिए और कमीशन के किसानों को उनके खाते में पैसा मिले। किसानों तक पैसा पहुंचाने में कोई हेराफेरी नहीं हुई। केंद्र की मदद बंगाल के किसानों को नहीं मिल रही। पीएम ने कहा कि बंगाल सरकार ने इस योजना को रोक दिया। बंगाल के किसानों को राजनीति के कारण लाभ नहीं मिला। मुझे आज इस बात का अफसोस है कि मेरे पश्चिम बंगाल के 70 लाख से अधिक किसान भाई.बहनों को पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। बंगाल की सरकार के राजनीतिक कारणों से उनके राज्यों के किसानों को पैसे नहीं मिल रहे हैं। जो लोग 30 साल तक बंगाल में राज करते थे उन्होंने बंगाल की क्या हालत करके रख दी है सारा देश जानता है।
ये भी पढ़ेंः कमलनाथ बोले- बहन, बेटियां ही सबसे ज्यादा असुरक्षित,…
किसान आंदोलन पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि न एमएसपी खत्म होगी, न मंडिया खत्म होगी। किसान जहां चाहे वहां अपनी फसल बेचने को स्वतंत्र है, जहां उसे अपनी फसल का अच्छा दाम मिले वहां वह बेच सकता है, मंडी में अच्छे दाम मिले तो मंडी में मंडी से बाहर अच्छे दाम मिले तो बाहर। पीएम ने कहा कि छोटे किसानों की सुध लेने वाला कोई नहीं था, पीएम ने कहा कि किसानों को अब नए कृषि कानून का फायदा मिल रहा है। किसान कानूनी तंत्र का भी सहारा ले सकता है, पहले पूरा रिस्क किसानों को होता था अब नहीं होगा। पीएम ने कहा कि एग्रीमेंट पर भी विपक्ष भ्रम फैला रहा है, किसान जब चाहे एग्रीमेंट खत्म कर सकता है। एग्रीमेंट में भी ज्यादा मुनाफा होने पर किसानों को बोनस दिया जाने का प्रावधान है।
ये भी पढ़ेंः किसान सम्मान निधि योजना की अगली किस्त जारी, पीएम मो…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो दल पश्चिम बंगाल में किसानों के अहित पर कुछ नहीं बोलते, वो यहां किसान के नाम पर देश की अर्थनीति को बर्बाद करने में लगे हुए हैं। ये दल मंडियों की बात कर रहे हैं और बड़ी-बड़ी हेडलाइन लेने के लिए भाषण दे रहे हैं। लेकिन वही दल जिन्होंने बंगाल को बर्बाद किया, केरल के अंदर उनकी सरकार है। इससे पहले जो 50-60 साल राज करते थे उनकी सरकार थी केरल में ।च्डब् मंडियां नहीं हैं। केरल में आंदोलन करके वहां APMC शुरू कराओ। किसानों के नाम पर अपने झंडे लेकर जो खेल खेल रहे हैं, अब उनको सच सुनना पड़ेगा। ये लोग अखबार और मीडिया में जगह बनाकर, राजनीतिक मैदान में खुद के जिंदा रहने की जड़ी-बूटी खोज रहे हैं। लेकिन देश का किसान उनको पहचान गया है। ये वही लोग हैं जो वर्षों तक सत्ता में रहे। इनकी नीतियों की वजह से देश की कृषि और किसान का उतना विकास नहीं हो पाया जितना उसमें सामर्थ्य था। पहले की सरकारों की नीतियों की वजह से सबसे ज्यादा बर्बाद छोटा किसान हुआ।