नई दिल्ली: लॉक डाउन के बीच मानव संसाधन मंत्रालय ने फेलोशिप छात्रों को बड़ी राहत दी है। सरकार ने अधिक से अधिक प्रतिभावान होनहार विद्यार्थियों को प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप से जोड़ने के लिए हमने चयन प्रक्रिया में कई परिवर्तन किए हैं।
मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल ने बताया कि फेलोशिप के लिए मान्यता प्राप्त संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों से गेट अभ्यार्थियों का न्यूनतम स्कोर 750 से घटाकर 650 कर दिया गया है। क्वालिफिकेशन परीक्षा में न्यूनतम CGPA 8 है, ताकि अधिक से अधिक विद्यार्थी इस प्रतिष्ठित फ़ेलोशिप की ओर आकर्षित हो और इसका लाभ ले सकें।
एक लंबी मांग को पूर्ण करते हुए अब समग्र NIRF रैंकिंग के 25 शीर्ष संस्थान वाले NIT भी इस महत्वपूर्ण फ़ेलोशिप की अनुदान संस्था बनकर शोध के उन्नयन में अपनी भागीदारी निभा सकते हैं।#IndiaFightsCoronaVirus https://t.co/aR1RWuXIFk
— Dr Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) May 7, 2020
उन्होंने बताया कि सीधे प्रवेश के अतिरिक्त लेटरल एंट्री का भी प्रावधान किया गया है। लेटरल एंट्री से वे प्रतिभाशाली छात्र लाभान्वित होंगे जो 12 या 24 महीने की पीएचडी रिसर्च कर चुके हैं। एक लंबी मांग को पूर्ण करते हुए अब समग्र NIRF रैंकिंग के 25 शीर्ष संस्थान वाले NIT भी इस महत्वपूर्ण फ़ेलोशिप की अनुदान संस्था बनकर शोध के उन्नयन में अपनी भागीदारी निभा सकते हैं।
एक लंबी मांग को पूर्ण करते हुए अब समग्र NIRF रैंकिंग के 25 शीर्ष संस्थान वाले NIT भी इस महत्वपूर्ण फ़ेलोशिप की अनुदान संस्था बनकर शोध के उन्नयन में अपनी भागीदारी निभा सकते हैं।#IndiaFightsCoronaVirus https://t.co/aR1RWuXIFk
— Dr Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) May 7, 2020