रायपुर: छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड प्रदेश के आम और गरीब लोगों की गाढ़ी कमाई पर कुंडली मारकर बैठा है। प्रदेश के हजारों मध्यम और गरीब वर्ग के लोगों का करीब 8 करोड़ रुपए बोर्ड के पास है, लेकिन लोगों को अपने ही पैसे वापस लेने के लिए सालों से चक्कर लगाना पड़ रहा है।
विडंबना ये है कि यदि आम लोग तय वक्त पर पैसा न जमा करें, तो उस पर तगड़ी पेनाल्टी लगाई जाती है, लेकिन आम लोगों का करोड़ों रुपया बोर्ड के पास पड़ा है। बोर्ड उस पर फूटी कौड़ी ब्याज भी नहीं देता।
दरअसल, ये पैसे प्रदेश के उन गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के हैं, जिन्होंने छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड की ओर से बनाए गए मकान या दुकान खरीदने की कोशिश की थी। इन लोगों ने पंजीयन के लिए पैसे जमा किए थे। कई ने पंजीयन रद्द कर दिए थे।