रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार की राशन दुकान संचालकों को बदलने वाली की घोषणा से PDS दुकान संचालकों के बीच हड़कंप मच गया है। छत्तीसगढ़ PDS संघ के सदस्यों का कहना है प्रदेश भर में लगभग 13 हजार दुकानें हैं। हर दुकान से 5 व्यक्ति जुड़े हैं। ऐसे में संचालक बदलने से तत्काल रुप से 65 हजार से ज्यादा बेरोजगार हो जाएंगे।
दुकान संचालकों ने इस बात का भी खंडन किया कि राशन दुकान के माध्यम से राजनीति की जाती है। दुकान संचालकों का कहना है कि वे कार्ड के आधार पर राशन आबंटित करते हैं, जो सरकार द्वारा निर्धारित है। सरकार किसी की भी हो, उनका काम तय है। रही बात राजनीति की तो वह कार्ड जारी होने के दौरान जिला प्रशासन और नगर निगम के बीच पार्षद करते होंगे, उनका इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं होता।
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दुकान संचालकों ने सरकार से पुराने संचालकों को बरकरार रखने की गुजरिश की है और इस संबंध में खाद्य मंत्री और मुख्यमंत्री से मिलने की बात कही है। बता दें, कांग्रेस सरकार के मंत्री कह चुके हैं कि जल्द ही प्रदेशभर के राशन दुकान संचालक बदले जा सकते हैं। क्योंकि भाजपा इन दुकानों के माध्यम से राजनीति करती रही है। लोकसभा चुनाव के दौरान भी लोगों के बीच सरकार द्वारा चना नमक बंद करने का भ्रम फैलाया गया था।