जम्मू-कश्मीर: भारत के राष्ट्रीय ध्वज ‘तिरंगा’ लेकर पीडीपी लीडर महबूबा मुफ्ती द्वारा दिए गए बयान से आहत होकर सोमवार को तीन नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। अपने इस्तीफे के बाद नेताओं ने महबूबा मुफ्ती को करारा जवाब दिया है। बता दें कि टीएस बाजवा, वेद महाजन और हुसैन ए वफा ने सोमवार को महबूबा मुफ्ती को अपना इस्तीफा सौंप दिया था।
अपने इस्तीफे के बाद वेद महाजन ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि राष्ट्र और राष्ट्रीय ध्वज पहले आता है, उसके बाद राज्यों और राजनीतिक दलों का झंडा आता है। राष्ट्रीय ध्वज हमारी पहचान है, हमारा गौरव है।
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वहीं, हुसैन ए वफा ने कहा है कि हमारा राष्ट्रीय ध्वज हमारा गौरव है। हम उनके बयान से आहत हुए हैं। आज, हमने जम्मू-कश्मीर के लोगों को दिखा दिया है कि हम धर्मनिरपेक्ष हैं। पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता हैं जो इस्तीफा दे सकते हैं।
The nation and the national flag comes first, after that comes the States and the political parties. The national flag is our identity: PDP leader Hussain A Waffa who resigned from the party today, in Jammu pic.twitter.com/TcUz14VsAF
— ANI (@ANI) October 26, 2020
गौरतलब है कि 14 महीने के बाद रिहा होते ही महबूबा मुफ्ती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर धारा 370 की बहाली और तिरंगा झांडा को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि भारत जम्मू-कश्मीर की सिर्फ जमीन चाहता है, उसके लोग नहीं। महबूबा ने कहा कि वह अनुच्छेद 370 फिर से लागू होने तक कोई और झंडा नहीं उठाएंगी। इस दौरान उन्होंने अपनी टेबल पर जम्मू-कश्मीर के झंडे के साथ पार्टी का झंडा रखा हुआ था। जबकि अनुच्छेद 370 हटने के साथ ही पूरे जम्मू-कश्मीर में सिर्फ तिरंगा फहराने की अनुमति है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के झंडे की तरफ इशारा करते हुए कहा कि जब तक मेरा झंडा हमारे पास वापस नहीं आ जाता, मैं कोई भी दूसरा झंडा (तिरंगा) नहीं उठाऊंगी। फिलहाल मेरा झंडा मेरे सामने है।
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