नई दिल्लीा। दुनिया भर में कोरोना वैक्सीन पर काम चल हो रहा है। इस बीच भारत ने ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन के एडवांस ट्रायल की मंजूरी दे दी है। शीर्ष ड्रग रेगुलेटर ने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका कोविड -19 वैक्सीन के लिए देश में मानव परीक्षण करने संबंधी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के आवेदन को मंजूरी दे दी है।
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दुनिया के सबसे बड़े टीके निर्माता SII ने निम्न और मध्यम आय वाले देशों के लिए कोविड -19 वैक्सीन का निर्माण करने के लिए स्वीडिश-ब्रिटिश फार्मा दिग्गज एस्ट्राजेनेका के साथ AstraZeneca के साथ करार किया है। वैक्सीन का यूके, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील में पहले से ही परीक्षण किया जा रहा है। इन देशों में प्रतिभागियों को लगभग एक महीने में दो खुराक दी जा रही है।
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ऑक्सफोर्ड के शोधकर्ताओं ने पिछले महीने घोषणा की कि उनके कैंडिडेट ने प्रारंभिक परीक्षण में नोवल कोरोनवायरस के खिलाफ मनुष्यों में प्रतिरोधक को बढ़ाया था। ऑक्सफोर्ड कैंडीडेट को कोविड-19 वैक्सीन के परीक्षण में दुनिया में सबसे आगे माना जा रहा है। ऑक्सफोर्ड इसे दवा कंपनी मॉडर्ना और अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज और बायोएनटेक और फाइजर के साथ मिलकर विकसित कर रहा है।
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सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन के प्रमुख ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से यह मंजूरी शुक्रवार को एक विशेषज्ञ समिति द्वारा SII द्वारा प्रस्तुत संशोधित प्रस्ताव को स्वीकार करने के बाद आई। संस्थान अब भारत के कैंडिडेट का बड़े स्तर पर फेज II / III की टेस्टिंग को शुरू कर सकता है। देश में भारत बायोटेक के कोवाक्सिन और Zydus Cadila के ZyCov-D की वैक्सीन का भी अभी फेज I / II की टेस्टिंग चल रही है।