ग्वालियर: जिला प्रशासन ने गुरूवार देर रात जयरोग्य अस्पताल में दबिश दी। इस दौरान जिला प्रशासन के अधिकारियों ने पाया कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा नर्सिंग छात्राओं से पैसे लेकर गुपचुप तरिके से प्रैक्टिकल परीक्षा दिलावाया जा रहा था। बताया जा रहा है कि छात्राओं से इस गुपचुप परीक्षा के लिए 500 से 2000 रुपए तक फीस लिए गए थे। इस परीक्षा में 500 से अधिक छात्राएं शामिल हुए थे। फिलहाल जिला प्रशासन की टीम की दबिश के बाद प्रैक्टिकल परीक्षा रोक दी गई है।
मिली जानकारी के अनुसार गुरूवार रात जिला प्रशासन को जानकारी मिली कि जयरोग्य अस्पताल में छात्राओं से पैसे लेकर गुपचुप तरीके से नर्सिंग छात्राओं को प्रैक्टिकल परीक्षा दिलवाया जा रहा है। शिकायत के आधार पर एसडीएम और एडीएम ने जिला प्रशासन की टीम के साथ अस्पताल में दबिश दी। इस दौरान जिला प्रशासन की टीम ने पाया कि यहां देर रात 500 से अधिक छात्राएं प्रैक्टिकल परीक्षाएं पहुंची हैं। बताया जा रहा है कि परीक्षा देने पहुंची सभी छात्राएं शहर के बाहर से थीं।
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इस दौरान जिला प्रशासन की टीम को छात्राओं ने बताया कि प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए 500 रूपए से 2000 रूपए तक फीस ली गई थी और रात में परीक्षा का आयोजन किया गया था।
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