रायपुर। आयकर कार्यालय में कांग्रेस के प्रदर्शन पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि आईटी कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन करना संघीय ढांचे के खिलाफ है। उन्होने कहा कि आईटी की कार्रवाई पर हाय तौबा क्यों मचा रहे हैं? पारदर्शी सरकार है तो चिंता नहीं होनी चाहिए। वहीं जेसीसीजे अध्यक्ष अमित जोगी ने भी अपने विचार रखते हुए कहा कि अभी कुछ भी बोलना जल्दबाजी होगी।
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पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ में चल रही इनकम टैक्स कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस प्रदर्शन को, संघीय ढ़ाचे के खिलाफ प्रदर्शन बताया है। रमन सिंह ने कहा है कि छापा डालने के लिए आईटी की टीम निमंत्रण पत्र लेकर नही जाती, ये तो कोई भी सामान्य आदमी जानता है। यह शासकीय प्रक्रिया है, आईटी की टीम दो-तीन दिन जांच करेगी, कुछ नहीं मिलेगा तो क्लीयरेंस देकर वापस चली जाएगी। अखबार या माइक में अनाउंस करके जाएगी तो उसे कार्रवाई में क्या मिलेगा? रमन सिंह ने कहा है कि राज्य में अगर सबकुछ पारदर्शी है, अधिकारी इमानदारी से काम कर रहे हैं, जैसा की मुख्यमंत्री बताते हैं तो हायतौबा नहीं करनी चाहिए।
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आईटी के छापे को लेकर जेसीसीजे नेता अमित जोगी ने कहा कि छापेमारी पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने के पहले सबको उनके परिणाम की प्रतीक्षा करनी चाहिए। जहां तक छापे की वैधता का सवाल है, तो आईटी विभाग शक्तिशाली और भ्रष्ट लोगों का कालाधन पकड़ने के लिए अधिकृत है। उन्हें दण्ड दिलाने के लिए अपने विवेक से कार्रवाई करने के लिए अधिकृत है, कोई भी कानून के ऊपर नहीं हो सकता।
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