नई दिल्लीः मोदी सरकार के कृषि कानून को लेकर किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। पंजाब, हरियाणा सहित कई राज्यों के किसान पिछले 40 दिनों से अधिक समय से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सीमा पर डटे हुए हैं। हालांकि मसले का हल निकालने के लिए सरकार और किसानों के बीच बैठकें हो रही है, लेकिन कोई हल नहीं निकल पाया है। जहां एक ओर किसान कृषि कानून की मांग पर अड़े हुए हैं तो सरकार भी सांशोधन की बात पर अड़ी हुई है। वहीं, अब किसानों को कई राजनीतिक दलों का भी समर्थन मिलने लगा है। इसी कड़ी में कांग्रेस ने 15 जनवरी को धरना प्रदर्शन और रैली के बाद राजभवन तक मार्च करने का ऐलान किया है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्र्रेंस कर कहा है कि लाखों अन्नदाता 40 दिन से अधिक से दिल्ली की सीमाओं पर काले कानून खत्म करने की गुहार लगा रहे हैं। हाड़ कंपाती सर्दी, बारिश, ओलें में 60 से अधिक अन्नदाता ने दम तोड़ दिया। पीएम मोदी के मुंह से देश पर कुर्बान होने वाले उन किसानों के लिए सात्वंना का एक शब्द भी नहीं निकला।
कांग्रेस ने फैसला किया है कि किसानों के समर्थन में 15 जनवरी को हर प्रांतीय हेडक्वार्टर पर कांग्रेस पार्टी किसान अधिकार दिवस के रूप में एक जनआंदोलन तैयार करेगी। धरना प्रदर्शन और रैली के बाद राजभवन तक मार्च करेंगे।
कांग्रेस ने फैसला किया है कि किसानों के समर्थन में 15 जनवरी को हर प्रांतीय हेडक्वार्टर पर कांग्रेस पार्टी किसान अधिकार दिवस के रूप में एक जनआंदोलन तैयार करेगी, धरना प्रदर्शन और रैली के बाद राजभवन तक मार्च करेंगे: रणदीप सिंह सुरजेवाला, कांग्रेस https://t.co/8TPvM5xP4l
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 9, 2021
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