रायपुर। शहर में पीलिया का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। 24 घंटों में पीलिया के 28 नए मरीज मिले हैं। राजधानी में पीलिया से पीड़ितों की संख्या 356 हो गई है। बीते 17 दिनों में पीलिया पीड़ितों की संख्या 7 से बढ़कर 356 तक पहुंच गई है। राजधानी के 32 इलाकों में से 20 जगहों पर पानी में खतरनाक बैक्टिरिया मिला है । शहर में चौतरफा पीलिया का प्रकोप देखा जा रहा है। जानकारी के मुताबिक पीलिया पीड़ित 128 मरीजों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। इसमें से 55 मरीज ठीक होकर घर पहुंच गए हैं।
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इसके पहले कल ही स्वास्थ्य विभाग ने कहा था कि, शहर के विभिन्न इलाकों में पीलिया का प्रकोप अब पूरी तरह नियंत्रण में है। दर्जन भर मोहल्लों एवं बस्तियों में पीलिया के प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन क्षेत्रों में निरंतर निगरानी एवं हेल्थ परीक्षण सत्र आयोजित कर प्रभावितों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं इलाज किया जा रहा है। पीलिया नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं संयुक्त संचालक डॉ. पाण्डेय ने बताया कि बताया कि अब तक भर्ती मरीजों में से 50 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। वर्तमान में भर्ती मरीजों के स्वास्थ्य में लगातार सुधार जारी है।
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17 अप्रैल को डॉ. सुभाष पाण्डेय ने बताया कि रायपुर के चंगोराभाठा, ईदगाहभाठा, खो-खो पारा, मठपुरैना, स्वीपर कॉलोनी, भैरवनगर, शिवनगर, आमापारा, पुरानीबस्ती, दलदल-सिवनी, नंदनवन-अटारी, बंधुवापारा, कुशालपुर में दूषित पेयजल के सेवन से पीलिया का प्रकोप हुआ था। इन इलाकों में अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। इन स्थानों पर लगातार परीक्षण सत्र का आयोजन कर लोगों के स्वास्थ्य की जांच करने के साथ ही उन्हें खान-पान में विशेष सावधानी बरतने तथा पानी को उबाल कर पीने की सलाह दी जा रही है। पेयजल के शुद्धिकरण के लिए इन इलाकों के लोगों को निःशुल्क क्लोरीन टेबलेट दिए जाने के साथ ही उससे जल शुद्ध किए जाने का तरीका भी बताया जा रहा है।
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स्वास्थ्य विभाग द्वारा 17 अप्रैल को शिवनगर मोरेश्वर राव गद्रे वार्ड, भैरवनगर, चंगोराभांठा, मंगल बाजार, पेपर कॉलोनी, दलदल सिवनी शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, आमापारा में परीक्षण सत्र का आयोजन कर लोगों की स्वास्थ्य की जांच की गई। पांच मरीज पीलिया से ग्रसित पाए गए, जिन्हें जिला चिकित्सालय में इलाज के लिए भर्ती कराया गया।
नोडल अधिकारी डॉ. पाण्डेय ने बताया कि पीलिया से प्रभावित मरीजों में 3 गर्भवती माताएं भी हैं। इनके स्वास्थ्य पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। इनकी स्थिति में सुधार जारी है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को इनके स्वस्थ होने के बाद भी इनका फाॅलो चेकअप करने के निर्देश दिए गए हैं। समुदाय स्तर पर जल स्रोतों के नमूने की जांच की जा रही है। दूषित जल स्रोतों से पानी का उपयोग न करने की समझाईश संबंधित इलाके के लोगों को लगातार दी जा रही है।
डॉ. पाण्डेय ने 17 अप्रैल को पीलिया प्रभावित क्षेत्र चंगोरा भाठा एवं मंगल बाजार का दौरा कर वहां की स्थिति का जायजा लिया एवं स्वास्थ्य कर्मियों को पीलिया प्रभावित मरीजों का विस्तृत ब्यौरा संधारित करने के निर्देश दिए। डॉ. पाण्डेय ने बताया कि कबीरनगर एवं पण्डरी क्षेत्र में पीलिया के नये मामले सामने आए हैं। इसको देखते हुए यहां पर भी डोर-टू-डोर सर्वे एवं परीक्षण सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। पेयजल स्रोतों की जांच भी इस इलाके में शुरू कर दी गई है। हालांकि तमाम दावों के बीच राजधानी में पीलिया का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। पीलिया मरीजों संख्या साढ़े तीन सौ को पार कर गई है।