नई दिल्ली। कर्ज लेने वालों को अभी भी भारतीय रिजर्व बैंक से किसी प्रकार की कोई राहत नहीं मिली है। ऐसा इसलिए क्योंकि आरबीआई ने रेपो दर में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है। रेपो दर अभी 5.15 फीसदी पर बना हुआ है।
Read More News: ‘शाहीन बाग कहीं जलियावाला बाग न बन जाए, तो भी गोलियां खाने को तैयार…
दरअसल केंद्रीय बैंक खुदरा महंगाई को लेकर ध्यान में रखते हुए प्रमुख नीतिगत दरों पर फैसला लेता है। इस बार ऐसा कुछ भी बदलाव नहीं हुआ। वहीं मौद्रिक नीति समिति की बैठक में रेपो रेट में बदलाव नहीं करने को लेकर बताया गया कि मौद्रिक नीति समिति के सदस्यों ने सहमति से कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया।
Read More News: सलमान खान ने रद्द किया अमेरिका में अपना लाइव इवेंट, वजह ये पाकिस्तानी नागरिक
आरबीआई का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2020-21 में देश की जीडीपी ग्रोथ छह फीसदी रहेगी। वहीं, आगामी वित्त वर्ष की पहले छह महीने में वृद्धि दर 5.5 फीसदी से छह फीसदी रहने का अनुमान लगया है। जबकि, वित्त की तीसरी तिमाही में वृद्धि दर 6.2 फीसदी रहने का अनुमान है।
Read More News: भज्जी ने जीत के लिए न्यूजीलैंड के कप्तान रॉस टेलर को दी बधाई, पूछा-…
महंगाई को लेकर केंद्रीय बैंक का यह मानना है कि दिसंबर 2019 में तय लक्ष्य से ऊपर निकल गई थी। इसके साथ ही खाने-पीने की वस्तुएं महंगी होने से साल के अंतिम महीने में महंगाई दर 7.35 फीसदी पर पहुंच गई थी। फिलहाल नए साल में प्याज की कीमतों में कमी के साथ महंगाई में भी कमी हुई है।
Read More News: राज्य प्रशासनिक सेवा के 8 अफसरों को IPS अवार्ड, देखिए सूची
PM Modi Visit: आज से 21 नवंबर तक इन तीन…
5 hours agoबाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी में गोलीबारी, जांच जारी
11 hours ago