अंबिकापुर। सरगुजा जिले के लोक निर्माण विभाग के दफ्तर में बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। यहां 4 करोड़ रुपए मेंटेनेंस के कार्यों के लिए निविदा आमंत्रित किए गए थे। वहीं टेंडर फॉर्म लेने आए ठेकेदार जब कार्यालय पहुंचे तो यहां उन्हें टेंडर फॉर्म लूट लिए जाने की जानकारी दी गई। ऐसे में ठेकेदारों ने इसे लेकर जमकर हंगामा मचाया और विभाग पर मिलीभगत होने का आरोप लगाते हुए अपनी नाराजगी जाहिर की।
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इधर विभाग के कर्मचारी भी इस मामले की पुष्टि तो कर रहे हैं मगर इस मामले की सूचना अब तक पुलिस को नहीं दी गई। ऐसे में पीडब्ल्यूडी विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है। दरअसल पीडब्ल्यूडी विभाग के द्वारा 4 करोड़ रुपए मेंटेनेंस कि निविदा आमंत्रित की गई है। जिसके लिए 10 जून को निविदा देने की अंतिम तिथि रखी गई थी।
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बुधवार की सुबह जब ठेकेदार निविदा फार्म लेने पहुंचे तो यहां अफरातफरी मची हुई थी। यहां ईई साहब तो गायब थे। वहीं मौजूद कर्मियों ने निविदा फार्म देने के बजाय कुछ अज्ञात लोगों के द्वारा फार्म लूट लिए जाने की जानकारी दी गई। जिसके बाद यहां हंगामा मच गया।
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हद तो ये है कि दफ्तर में इतनी बड़ी घटना के बाद भी बड़े अधिकारी दफ्तर नहीं पहुंचे और ना ही इसकी सूचना पुलिस को दी गई। ऐसे में मामला बढ़ता देख कुछ देर बाद यहां मौजूद कर्मियो ने लूट के फार्म कुछ लोगों द्वारा वापस दिए जाने की जानकारी देते हुए ठेकेदारों को फार्म आबंटित किए।
मगर बड़ा सवाल ये की आखिर दफ्तर से फार्म किसने लूटे और फिर फॉर्म वापस कैसे पहुंचे। सवाल ये भी की आखिर इतने बड़ी घटना की सूचना के बाद भी लोक निर्माण विभाग के अधिकारी कहा गायब रहे। सवाल तो ये उठ रहे थे कि कार्यालय में हंगामा और फॉर्म की लूट राजनैतिक रसूख पर की गई। ऐसे में देखना होगा कि आखिर इस तरह की घटनाओं के बाद मामले में क्या संज्ञान लिया जाता है।
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