सुकमा /बीजापुर /रायपुर। एक बड़ी खबर निकलकर सामने आई है, नक्सलियों ने अगवा crpf बटालियन के जवान राकेश्वर मन्हास को रिहा कर दिया है। कहा जा रहा है कि धरमपाल सैनी, तेलम बोरैया दो लोगों को मध्यस्थ बनाया गया था जो आज तड़के ही तर्रेम से 40 किमी दूर अज्ञात स्थान के लिए रवाना हुए थे।धरमपाल सैनी माता रुखमणी सेवा संस्थान के अध्यक्ष हैं, तेलम बोरैया गोंडवाना समन्वय समिति के अध्यक्ष हैं। जो कि मध्यस्थता कर रहे हैं। आज शाम 4 बजे जवान की रिहाई की गई है। दोनों मध्यस्थों को जवान को सौंप दिया गया है। जवान को लेकर ये मध्यस्थ बासागुड़ा थाना पहुंच गए हैं, थाने में सीआरपीएफ आईजी भी थाने में मौजूद हैं।
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नक्सलियों ने crpf के जवान राकेश्वर मन्हास को बीते 5 दिनों से कैद कर रखा है, नक्सलियों ने प्रेस नोट करके और आईबीसी संवाददाता को फोन कर इस बात की जानकारी दी थी कि मुठभेड़ के बाद लापता जवान उनके कब्जे में है, और सरकार यदि मध्यस्थों की घोषणा करती है तो जवान को वे सुरक्षित रिहा कर देंगे।
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इधर जम्मू में रहने वाले जवान के परिजनों ने भी जवान को रिहा करने की अपील की थी, जवान की पत्नी, मां और बेटी ने उन्हे सकुशल छोड़ देने की मांग की थी, वहीं बीजापुर से ही आने वाले भाजपा के पूर्व मंत्री महेश गागड़ा और कांग्रेस विधायक विक्रम मंडावी ने भी नक्सलियों से जवान को मानवता के आधार पर जल्द से जल्द और नि:शर्त छोड़ने की अपील की थी। इसके पहले कल नक्सलियों ने कहा था कि स्थानीय स्तर पर जवान की रिहाई नहीं होगी, सरकार को मध्यस्थों की घोषणा करना होगा, मध्यस्थों को ही जवान को सौंपा जाएगा।
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गौरतलब है कि बीजापुर नक्सल हमले में जब जवान अगवा हुआ था तभी 22 जवान मुठभेड़ में शहीद हुए थे, इस घटना में 30 से अधिक जवान घायल हुए थे, एक जवान को नक्सलियों ने पकड़ लिया था।