नई दिल्ली: देशभर में कोरोना के संक्रमण को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। हालात को देखते हुए कई राज्यों में लाॅकडाउन लगा दिया गया है। लाॅकडाउन के चलते लोग घरों में कैद हो गए हैं। घरों में रहकर जहां एक ओर लोग सोशल मीडिया पर अपना टाइम स्पेंड कर रहे हैं तो कुछ लोग इस चीज का फायदा उठाने में लगे हुए हैं। लोग फर्जी मैसेज भेजकर कोरोना काल में गुमराह बनाने में लगे हैं।
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ऐसा ही एक मैसेज इन दिनों जमकर वायरल हो रहा है, वायरल मैसेज में यह दावा किया जा रहा है कि जिस महामारी को #कोरोना का नाम दिया जा रहा है वह कोरोना नहीं बल्कि 5g टावर की टेस्टिंग के दुष्परिणाम हैं। लेकिन भारत सरकार की संस्था पीआईबी ने इस दावों को खारिज किया है।
वायरल मैसेज के दावों की जांच के बाद #PIBFactCheck ने ट्वीट कर बताया है कि यह दावा #फ़र्ज़ी है। विश्वव्याप्त महामारी #कोविड19 के संदर्भ में ऐसी गलत सूचनाएँ साझा न करें व सही जानकारी हेतु प्रमाणित सूत्रों पर ही विश्वास करें।
दावा: जिस महामारी को #कोरोना का नाम दिया जा रहा है वह कोरोना नहीं बल्कि 5g टावर की टेस्टिंग के दुष्परिणाम हैं। #PIBFactCheck: यह दावा #फ़र्ज़ी है। विश्वव्याप्त महामारी #कोविड19 के संदर्भ में ऐसी गलत सूचनाएँ साझा न करें व सही जानकारी हेतु प्रमाणित सूत्रों पर ही विश्वास करें। pic.twitter.com/khAQvpq00C
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) April 27, 2021
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