देवबंद: सीएए और एनआरसी को लेकर देश के कई राज्यों में प्रदर्शन का दौर लगातार जारी है। वहीं, दिल्ली में शाहीन बाग इलाके में पिछले लगभग दो महीने से प्रदर्शन कर रहे लोगों को लेकर सियासी गलियारों में हिंदू-मुस्लिम की राजनीति शुरू हो गई है। हालांकि शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे लोगों में सभी धर्म-समुदाय के लोग शामिल हैं। इसी बीच उत्तर प्रदेश के देवबंद से एक बड़ी खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि देवबंद और मेरठ में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनपीआर के समर्थन में प्रदर्शन किया है।
मिली जानकारी के अनुसार देवबंद में मुस्लिम महिलाएं नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनपीआर के समर्थन में पिछले 10 दिन से प्रदर्शन कर रही हैं। वहीं, वहीं मेरठ में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच महिला प्रकोष्ठ के बैनर तले बुधवार को कलक्ट्रेट परिसर में संगठन की महिलाओं ने सीएए के समर्थन में सांकेतिक शांतिपूर्ण धरना दिया।
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मुस्लिम राष्ट्रीय मंच महिला प्रकोष्ठ की संयोजिका शाहीन परवेज ने कहा है कि यह कानून किसी की नागरिकता छीनने का नहीं, बल्कि नागरिकता देने का कानून है। देश की बेटिया राष्ट्रहित में जो भी कानून बनेग उसका समर्थन करेंगी। ये कानून पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश में प्रताड़ित होकर जो अल्पसंख्यक वर्ग के लोग शरणार्थी शरण लेने के लिए भारत में 31 दिसंबर 2014 से पहले आ चुके हैं, उनको नागरिकता देने का है। इस कानून को लोगों को पढ़ना चाहिए फिर विरोध या समर्थन का फैसला लेना चाहिए।
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