नई दिल्ली: भोपाल सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने बुधवार को सदन की कार्यवाही के दौरान एक बार फिर नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था। इसके बाद से पूरे देश की सियासी गलियारों में एक बार फिर बवाल मच गया था। पूरे देश के नेताओं ने प्रज्ञा ठाकुर और भाजपा पर निशाना साधा था। वहीं, पीएम मोदी ने भी प्रज्ञा के इस बयान की निंदा की थी। इस बयान को लेकर गुरुवार को भाजपा प्रबंधन ने प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है।
भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मीडिया से बात करते हुए गुरुवार को कहा कि संसद में उनका बयान निंदनीय है। बीजेपी कभी भी इस तरह के बयान या विचारधारा का समर्थन नहीं करती है। हमने तय किया है कि प्रज्ञा सिंह ठाकुर को रक्षा सलाहकार समिति से हटा दिया जाएगा और इस सत्र में उन्हें संसदीय पार्टी की बैठकों में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
BJP Working President JP Nadda to ANI, on BJP MP Pragya Singh Thakur’s reported reference to Nathuram Godse as ‘deshbhakt’, in Lok Sabha: Her statement yesterday in the parliament is condemnable. BJP never supports such statement or ideology. (file pic) pic.twitter.com/z9QDw5uZXf
— ANI (@ANI) November 28, 2019
Read More: नक्सलियों की मांग, 2700 रुपए हो धान का समर्थन मूल्य, किसानों को मिले 400 बोनस
गौरतलब है कि एक सप्ताह पहले ही यानी 21 नवंबर को रक्षा मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति में सदस्य के तौर पर शामिल किया गया था। इस समिति के प्रमुख रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हैं। इस समिति में सरकार ने विपक्ष के कई नेताओं को शामिल किया है। जिसमें शरद पवार और फारूख अब्दुल्ला प्रमुख हैं।
BJP Working President J P Nadda to ANI: We have decided that Pragya Singh Thakur will be removed from the consultative committee of defence, and in this session she will not be allowed to participate in the parliamentary party meetings. https://t.co/GnFhC66p7X
— ANI (@ANI) November 28, 2019
Read More: पैदल चल रहे बुजुर्ग को अनियंत्रित एम्बुलेंस ने कुचला, मौके पर मौत, गांव में तनाव
#WATCH BJP Working President JP Nadda: Pragya Thakur’s statement (referring to Nathuram Godse as ‘deshbhakt’) yesterday in the parliament is condemnable. She will be removed from the consultative committee of defence. pic.twitter.com/hHO9ocihdf
— ANI (@ANI) November 28, 2019
Read More: शिक्षकों के लिए बुरी खबर, अब टीचर्स को भी जबरदस्ती रिटायरमेंट देगी सरकार, जानिए वजह