भोपाल: प्रदेश में निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओँ को एकजुट करने और सरकार को घेरने लगातार प्रयासरत है। स्थापना दिवस के बहाने भोपाल समेत पूरे प्रदेश में पार्टी के कई आयोजन हुए। कांग्रेस ने विधासनभा परिसर में मौन धरना दिया तो, वहीं किसानों का विश्वास जीतने कमलनाथ ने किसान तिरंगा संघर्ष यात्रा की शुरुआत की। दूसरी ओर बीजेपी ने तंज कसते हुए कांग्रेस के स्थापना दिवस विसर्जन दिवस बताया।
136वें स्थापना दिवस के मौके पर कांग्रेस ने एकुजटता दिखाते हुए सरकार के खिलाफ हल्लाबोला। नए कृषि कानून के खिलाफ किसानों का समर्थन करते हुए कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा परिसर स्थित गांधी प्रतिमा के सामने ट्रैक्टर के खिलौने लेकर मौन धरना दिया। हालांकि कांग्रेस शीतकालीन सत्र के पहले दिन ट्रैक्टर ट्रॉलियों से विधानसभा का घेराव करने की तैयारी मे थी। लेकिन सत्र के रद्द होने और रैली की अनुमति नहीं मिलने पर कांग्रेस विधायकों ने हाथों में ट्रैक्टर के खिलौने लेकर विरोध जताया। दूसरी ओर किसानों के बीच कांग्रेस के लिए विश्वास जगाने कमलनाथ ने किसान तिरंगा संघर्ष यात्रा को हरी झंडी दिखाई। तिरंगा यात्रा के जरिये सेवा दल के कार्यकर्ता हर जिले से मिट्टी, अनाज लेकर 15 जनवरी को भोपाल लौटेंगे। इससे पहले कमलनाथ ने विधानसभा नहीं चल पाने पर दुख जताया और कहा कि विधानसभा सत्ता पक्ष के लिए ही नहीं बल्कि विपक्ष के लिए भी जरुरी है।
दरअसल कांग्रेस ने अपने स्थापना दिवस के मौके पर सरकार को सदन के अंदर और बाहर दोनों जगह घेरने के लिए तगड़ी रणनीति बनाई थी, लेकिन सरकार ने विपक्ष के प्लान पर पानी फेर दिया। हालांकि कांग्रेस ने तय किया है कि नगरीय निकाय चुनाव के पहले किसानों के बहाने बीजेपी के खिलाफ माहौल बनाया जाए। अब देखना है कि कांग्रेस इस रणनीति कितनी कामयाब हो पाती है।