डेढ़ सौ से अधिक पूर्व नौकरशाह और जजों ने राष्ट्रपति को सौंपी चिट्टी, कहा CAA के नाम पर हिंसा करने वालों पर हो सख्त कार्रवाई | More than one hundred and fifty former bureaucrats and judges submitted a letter to the President,

डेढ़ सौ से अधिक पूर्व नौकरशाह और जजों ने राष्ट्रपति को सौंपी चिट्टी, कहा CAA के नाम पर हिंसा करने वालों पर हो सख्त कार्रवाई

डेढ़ सौ से अधिक पूर्व नौकरशाह और जजों ने राष्ट्रपति को सौंपी चिट्टी, कहा CAA के नाम पर हिंसा करने वालों पर हो सख्त कार्रवाई

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Modified Date: November 29, 2022 / 08:20 PM IST
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Published Date: January 24, 2020 6:06 pm IST

नईदिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन के बीच देश के 154 प्रबुद्ध नागरिकों’ के एक ग्रुप ने शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को चिट्ठी लिख CAA के नाम पर हिंसा करने वालों पर कार्रवाई की मांग की है। इन 154 लोगों में सरकार, संवैधानिक पदों से रिटायर्ड और बुद्धिजीवी भी शामिल हैं।

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इन 154 दिग्गजों के प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल (CAT) के अध्यक्ष और सिक्किम हाईकोर्ट के पूर्व जज प्रमोद कोहली कर रहे हैं, प्रमोद कोहली ने आरोप लगाया कि सीएए के खिलाफ कुछ राजनीतिक तत्व ‘हिंसक प्रदर्शन’ को उकसा रहे हैं और इस अशांति का ‘बाहरी आयाम’ भी है। हालांकि, उन्होंने CAA, NRC, NPR के खिलाफ ‘उकसाने’ के लिए किसी भी राजनीतिक दल या व्यक्ति का नाम नहीं लिया है।

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प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें हाईकोर्ट के 11 पूर्व जज, आईएएस, आईपीएस, आईएफएस और पूर्व राजनयिक समेत 72 पूर्व नौकरशाह, 56 शीर्ष पूर्व रक्षा अधिकारी, बुद्धिजीवी, अकादमिक विद्वान और चिकित्सा पेशेवर के हस्ताक्षर हैं।

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इस ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वालों में राज्यसभा के पूर्व महासचिव योगेंद्र नारायण, केरल के पूर्व मुख्य सचिव सीवी आनंद बोस, पूर्व राजदूत जीएस अय्यर, पूर्व रॉ प्रमुख संजीव त्रिपाठी, आईटीबीपी के पूर्व महानिदेशक एस के कैन, दिल्ली पुलिस के पूर्व आयुक्त आरएस गुप्ता, पूर्व सेना उपप्रमुख एनएस मलिक जैसे कई दिग्गज शामिल हैं।