राजनांदगांव जिले के 700 से अधिक आदिवासियों ने शुरू किया पैदल मार्च, अपनी मांगों को लेकर सोमवार को राज्यपाल को सौंपेंगे ज्ञापन | More than 700 tribals in Rajnandgaon district started foot march

राजनांदगांव जिले के 700 से अधिक आदिवासियों ने शुरू किया पैदल मार्च, अपनी मांगों को लेकर सोमवार को राज्यपाल को सौंपेंगे ज्ञापन

राजनांदगांव जिले के 700 से अधिक आदिवासियों ने शुरू किया पैदल मार्च, अपनी मांगों को लेकर सोमवार को राज्यपाल को सौंपेंगे ज्ञापन

Edited By :  
Modified Date: November 29, 2022 / 08:14 PM IST
,
Published Date: January 23, 2021 2:18 pm IST

दुर्गः राजनांदगांव जिले के नाराज आदिवासियों ने मोर्चा खोल दिया है। जिले के लगभग 700 से अधिक आदिवासी पैदल मार्च करते हुए राजधानी रायपुर की ओर बढ़ रहे हैं। बताया जा रहा है कि आदिवासियों का जत्था 25 जनवरी को अपनी मांगों को लेकर राज्यपाल अनुसुइया उइके को ज्ञापन सौंपेंगे।

Read More: भाजपा सांसद शंकर लालवानी की फिसली जुबान, नेताजी सुभाष चंद्र बोस को बताया चंद्र शेखर आजाद

मिली जानकारी के अनुसार राजनांदगांव जिला के खड़गांव के 700 से अधिक आदिवासी पैदल मार्च करते हुए रायपुर के लिए निकले हैं। ये सभी आदिवासी दुर्ग में रात्रि विश्राम करेंगे और 26 जनवरी की पूर्व संध्या को राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपेंगे। बताया जा रहा है कि ये सभी आदविवासी पांचवी अनुसूची में होने से ना मिलने वाली सुविधाओं से नाराज हैं।

Read More: MLA सोमनाथ भारती को कोर्ट ने सुनाई दो साल की सजा, AIIMS में मारपीट मामले में हुई सुनवाई, हाईकोर्ट से मिली जमानत

पांचवीं अनुसूचि में क्या है प्रावधान
भारत के संविधान ( भाग 10 ) में अनुसूचित जनजाति क्षेत्रों के बारे उल्लिखित है। ‘‘पांचवी अनुसूची’’ में अनुसूचित क्षेत्रों और अनुसूचित जनजातियों के प्रशासन और नियंत्रण के बारे में उपबंध हैं। संविधान के अनुच्छेद 244(1) में अनुसूचित क्षेत्रों के लिए व्यवस्था की गई हैं! मतलब पांचवी अनुसूची के अंतर्गत धारा 244(1) के तहत अनुसूचित क्षेत्रो में सिर्फ जनजाति समुदाय का ही राज चलेगा।

Read More: BJP-RSS पर सीएम भूपेश का बड़ा हमला, गांधी, पटेल और बोस को अपनाने का दावा करने वाले पहले सावरकर को छोड़ें..गोड़से मुर्दाबाद कहें