8वीं-12वीं बोर्ड की पुस्तकों में गलत जानकारी, पूर्व राष्ट्रपति कलाम की पुन्य तिथि तो कल्पना चावला की जन्मतिथि का गलत प्रकाशन | Misprinting on 8th and 12th board class Books

8वीं-12वीं बोर्ड की पुस्तकों में गलत जानकारी, पूर्व राष्ट्रपति कलाम की पुन्य तिथि तो कल्पना चावला की जन्मतिथि का गलत प्रकाशन

8वीं-12वीं बोर्ड की पुस्तकों में गलत जानकारी, पूर्व राष्ट्रपति कलाम की पुन्य तिथि तो कल्पना चावला की जन्मतिथि का गलत प्रकाशन

Edited By :  
Modified Date: November 29, 2022 / 08:14 PM IST
,
Published Date: November 29, 2019 2:20 am IST

भोपाल: सरकार जहां एक ओर शिक्षा गुणवत्ता सुधारने के लिए रोज नए प्रयोग कर रही है, वहीं दूसरी ओर एक के बाद एक शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। अब बोर्ड की कक्षा 8वीं और 12 वीं की किताबों के प्रकाशन में बड़ी लापरवाही सामने आई है। दरअसल इन कक्षाओं की किताबों में अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला की जन्मतिथि और पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के जीवन परिचय में निधन की तिथि के संबंध में गलत जानकारी छापी गई है। यह गलती 2019-20 के पाठ्यक्रम के लिए छापी गई किताबों में हुई है।

Read More: देर रात महिला मित्र के साथ बियर पार्टी कर लौट रहे इंजीनियरिंग स्टूडेंट पर फायरिंग, फरार हुए हमलावर

मिली जानकारी के अनुसार 8वीं कक्षा की अंग्रेजी की किताब में अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला की जन्मतिथि 17 मार्च 1962 प्रकाशित की गई है, जबकि उनकी जन्मतिथि 1 जुलाई 1961 है। वहीं, 12वीं बोर्ड की सामान्य हिंदी की पुस्‍तक में पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन परिचय प्रकाशित किया गया है। डॉ कलाम के जीवन परिचय में उनकी पुन्य तिथि 1915 प्रकाशित किया गया है, जबकि उनका निधन 27 जुलाई 2015 को हुआ था।

Read More: शिक्षाकर्मियों का जल्द हो संविलियन, IAS से नेता बने ओपी चौधरी ने की सरकार से अपील

गौर करने वाली बात यह है कि आधा शिक्षण सत्र बीतने को है और स्कूलों में बच्चों को इन्हीं किताबों से पढ़ाया जा रहा है। बताया गया कि जुलाई में किताब वितरण के कुछ समय बाद ही शिक्षकों को इस बात की जानकारी मिल गई थी। इसके बाद उन्होंने विभाग को इसकी जानकारी दे दी थी। बावजूद इसके अभी तक इन्हीं किताबों से बच्चों गलत जानकारी परोसी जा रही है। इसके बावजूद करीब चार माह का समय बीत जाने के बाद भी दोनों पुस्‍तकों में सुधार नहीं किया गया। वही, जब राज्य शिक्षा केंद्र के पास इस बारे में जानकारी पहुंची तो किताबों में संशोधन के लिए पत्र जारी किया गया, लेकिन अब तक सुधार नहीं हुआ।

Read More: सीएम की केंद्रीय मंत्री से मुलाकात के बाद नेशननल हाइवे के निर्माण में आई तेजी, 600 करोड़ से हो रहा है राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण