सीधी: पर्यटन संस्कृति और अध्यात्म मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि 21वीं सदी का युवा ही भारत को जगतगुरु के रूप में स्थापित कर सकेगा। वैदिक जीवन पद्धति और सात्विक आचरण व्यक्ति के जीवन में आत्मबल और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते है। ठाकुर मध्य प्रदेश जल एवं भूमि प्रबंध संस्थान (वाल्मी) में नेहरू युवा केंद्र के युवा प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति मूल स्वभाव से वैदिक जीवन पद्धति की समर्थक रही है। इसे अपनाने से हम प्रकृति के सान्निध्य में रहेंगे और स्वस्थ रहेंगे।
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मंत्री ठाकुर ने कहा कि इस वर्ष हम आजादी की 75 वीं वर्षगांठ हीरक जयंती मनाएंगे। यह वर्ष भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अमीर शहीद और बलिदानियों को स्मरण करने का वर्ष है। ठाकुर ने सभी युवाओं से अपने जीवन में तीन संकल्प लेने का आह्वान किया। पहले संकल्प के रूप में सभी अपने ड्राइंग रूम में प्रसिद्ध क्रांतिकारी, महापुरुष, वैज्ञानिक, वीर पुरुष की फोटो लगाएं। यह तस्वीर घर में भारतीय संस्कृति और परंपरा के उच्च आदर्शों का वाहक बनेगी।
दूसरे संकल्प के रूप में सभी युवा अपने जन्म दिवस, माता पिता की वर्षगांठ और अन्य शुभ अवसर पर पौधारोपण करें। पौधारोपण कर बड़ा होने तक उसकी सुरक्षा भी करें। एक पेड़ अपने नीचे 10 हजार लीटर जल संग्रहण करता है और पर्यावरण में 10 डिग्री के तापमान भी कमी लाता है। पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इसी से जुड़े हुए तीसरे संकल्प के रूप में जल संग्रहण की दिशा में कार्य करें। जल संग्रहण आने वाली पीढ़ियों को पीने का पानी सहजता से उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक है।
कार्यक्रम में नेहरू युवा केंद्र के डिस्टिक कोऑर्डिनेटर डॉ सुरेंद्र शुक्ला ने मंत्री सुशील ठाकुर को स्मृति चिन्ह भेंट किया। ठाकुर ने सामाजिक क्षेत्र में अच्छा कार्य करने वाले वॉलिंटियर्स को पुरस्कृत भी किया। इस अवसर पर संचालक वाल्मी श्रीमती शर्मिला शुक्ला, राज्य निदेशक आरएन त्यागी और सरपंच भक्ति शर्मा सहित नेहरू युवा केंद्र के वॉलिंटियर्स उपस्थित थे।