उज्जैन: कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को महाकाल मंदिर परिसर से गिरफ्तार कर लिया गया है। विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद गिरफ्तारी और सरेंडर को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का बड़ा बयान सामने आया है। मंत्री सिंहदेव ने इसे गिरफ्तारी बताया है, साथ ही यह भी कहा है कि जितने भी विकास दुबे हैं उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए।
मंत्री टीएस सिंहदेव ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि मध्यप्रदेश कांग्रेस विकास दुबे की गिरफ्तारी पर सवाल उठा रही है, लेकिन मंत्री टीएस सिंह देव मध्यप्रदेश कांग्रेस के बयान से इत्तेफाक नहीं रखते हैं। उन्होंने विकास दुबे के सरेंडर किए जाने से इनकार किया है। उनका मानना है कि सरेंडर होता तो विकास दुबे मीडिया हाउस या थाने जाता। निश्चित रूप से गिरफ्तारी हुई है और ऐसे जितने भी विकास दुबे हैं उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए।
बता दें कि सीएम शिवराज ने विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर कहा कि मध्यप्रदेश पुलित ने त्वरित कार्रवाई करते हुए विकास दुबे को गिरफ्तार किया है। मैं मध्य प्रदेश पुलिस को इसके लिए बधाई देता हूं। हम उत्तर प्रदेश के निरंतर संपर्क में हैं। आगामी कार्रवाई के लिए आरोपी को उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंपा जाएगा। इससे पहले मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज ने उज्जैन से यूपी के गैंगस्टर विकास दुबे की गिरफ्तारी पर पुलिस को ट्वीट कर बधाई दी थी।
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वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश कांग्रेस के कई नेता विकास दुबे की गिरफ्तारी को सरेंडर बता रहे हैं। पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा है कि यूपी के कानपुर के कुख्यात गैंगस्टर , 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी विकास दुबे के उज्जैन में महाकाल मंदिर में ख़ुद सरेंडर करने की घटना की उच्चस्तरीय जाँच होना चाहिये। इसमें किसी बड़ी सियाशी साज़िश की बू आ रही है। इतने बड़े इनामी अपराधी के जिसको पुलिस रात- दिन खोज रही है,उसका कानपुर से सुरक्षित मध्यप्रदेश के उज्जैन तक आना और महाँकाल मंदिर में प्रवेश करना और ख़ुद चिल्ला- चिल्लाकर ख़ुद को गिरफ़्तार करवाना,कई संदेह को जन्म दे रहा है,किसी संरक्षण की और इशारा कर रहा है,इसकी जाँच होना चाहिये।
हमने हमारी सरकार में माफ़ियाओ के ख़िलाफ़ सतत बड़ा अभियान चलाया , जिसके कारण माफिया प्रदेश छोड़कर चले गये और अब भाजपा सरकार आते ही माफिया वापस प्रदेश लौटने लगे है।प्रदेश माफियाओ की सुरक्षित शरणस्थली बनता जा रहा है।