रायपुर। पौष मास में जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है, तब मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। सूर्य के राशि परिवर्तन को ही संक्रांति कहा जाता है। सूर्य जब मकर राशि में प्रवेश करता है, तो इस राशि परिवर्तन को मकर संक्रांति कहा जाता है। इस दिन सूर्यदेव की पूजा से मनचाहा वरदान प्राप्त होता है।
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इस दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं। इस दिन जप, तप, दान, स्नान का विशेष महत्व होता है। इस साल मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी को मनाया जाएगा। मकर संक्रांति से ही ऋतु परिवर्तन भी होने लगता है। इस दिन स्नान और दान-पुण्य जैसे कार्यों का विशेष महत्व माना जाता है। मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी बनाने और खाने का खास महत्व होता है।
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मकर संक्रान्ति गुरुवार, जनवरी 14, 2021 को
मकर संक्रान्ति पुण्य काल – 08:30 से 17:45
अवधि – 09 घण्टे 16 मिनट्स
मकर संक्रान्ति महा पुण्य काल – 08:30 से 10:15
अवधि – 01 घण्टा 45 मिनट्स
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मकर संक्रांति को लेकर काफी दुविधा रहती है कि यह किस दिन मनाई जाएगी। कुछ लोगों का मानना है कि मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनाई जाती है जबकि कुछ लोग इसे 15 जनवरी को मनाते हैं। ऐसे में आपको बता दें कि इस साल मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनाई जाएगी। इस दिन सूर्य देव की उपासना की जाती है। इसे उत्तरायणी के नाम से भी जाना जाता है।
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