महाराष्ट्र में शिवसेना और भाजपा के बीच जारी मतभेद के कारण नई सरकार के गठन की तस्वीर अभी तक साफ नहीं हो पाई है। मुख्यमंत्री पद के लिए दोनों पार्टियों के बीच खींचतान शुरू हो गई है और अब मामला राजभवन पहुंच चुका है। इसी बीच सोमवार को शिवसेना नेता और परिवहन मंत्री दिवाकर राउते राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी से मिलने राजभवन पहुंचे। शिवसेना नेता की मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी राज्यपाल से मुलाकात करने के लिए राजभवन पहुंचे। दोनों मुलाकातों की जानकारी खुद राज्यपाल भवन ने भी दी है, लेकिन कहा है कि यह दिवाली के मौके पर औपचारिक मुलाकात है।
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<blockquote
class="twitter-tweet"><p lang="hi" dir="ltr">Mumbai:
Maharashtra CM Devendra Fadnavis arrives at Raj Bhavan to meet
Maharashtra Governor Bhagat Singh Koshyari <a
href="https://t.co/7lUjPrTN0T">pic.twitter.com/7lUjPrTN0T</a></p>—
ANI (@ANI) <a
href="https://twitter.com/ANI/status/1188693122777153537?ref_src=twsrc%5Etfw">October
28, 2019</a></blockquote>
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शनिवार को शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने भाजपा से लिखित में आश्वासन मांगा है। उनका कहना है कि वह 50-50 फॉर्मूले और ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा से आश्वासन चाहते हैं। पहले इस तरह की संभावना थी कि भाजपा अपने दम पर सरकार गठन के लिए जरूरी 145 सीटें जीत लेगी और उसे शिवसेना का साथ लेने की जरुरत नहीं पड़ेगी। मगर नतीजे उसकी आकांक्षाओं से उलट आए हैं।
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भाजपा और शिवसेना ने बेशक साथ मिलकर चुनाव लड़ा था लेकिन परिणाम आने के बाद शिवसेना ने सामना के जरिए भाजपा पर निशाना साधा है। राजनीतिक हलकों में ऐसी चर्चा है कि जैसे ही फडणवीस को भाजपा विधायक दल का नेता चुना जाएगा। वैसे ही वह सरकार बनाने का दावा पेश कर देंगे। फिर बेशक शिवसेना उसका समर्थन करे या नहीं।
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