भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण की कार्रवाई पूरी, कभी भी लाया जा सकता है भारत | Liquor Businessman Vijay Mallya Can Reach India Anytime

भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण की कार्रवाई पूरी, कभी भी लाया जा सकता है भारत

भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण की कार्रवाई पूरी, कभी भी लाया जा सकता है भारत

Edited By :  
Modified Date: November 29, 2022 / 08:05 PM IST
,
Published Date: June 3, 2020 6:38 pm IST

नई दिल्ली: देश के कई बैंकों को हजारों करोड़ रुपए का चूना लगाने वाले भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या की भारत वापसी का रास्ता साफ हो गया है और अब उसे कभी भी भारत लाया जा सकता है। बताया जा रहा है कि माल्या के प्रत्यर्पण से संबंधित सभी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं। बता दें कि भारत से फरार शराब कोरोबारी पिछले लगभग 4 साल से ब्रिटेन में रह रहे हैं।

Read More: केमिकल फैक्ट्री में धमाके से 5 लोगों की मौत, 57 से अधिक घायल, दो गांवों को कराया गया खाली

बता दें कि माल्या के भारत छोड़कर जाने के बाद भारतीय एजेंसियों ने उसके ब्रिटेन की अदालत से माल्या के प्रत्यर्पण की अपील की। भारतीय एजेंसियों की अपील पर ब्रिटेन माल्या के खिलाफ प्रत्यर्पण की कार्रवाई कर रही थी, वहीं माल्या ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की कोशिश की, लेकिन इसकी अनुमति नहीं मिली।

Read More: इन इलाकों को घोषित किया गया कंटेनमेंट जोन, बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर लगी रोक

गौरतलब है कि बंद पड़ी किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक विजय माल्या पर देश के 17 बैंकों का 9 हजार करोड़ रुपये बकाया है। वह 2016 में ही भारत छोड़कर ब्रिटेन भाग गया था। भारतीय एजेंसियों ने ब्रिटेन की अदालत से माल्या के प्रत्यर्पण की अपील की और लंबी लड़ाई के बाद वहां की अदालत ने 14 मई को माल्या के भारत प्रत्यर्पण की अपील पर मुहर लगा दी थी।

Read More: केमिकल फैक्ट्री में धमाके से 5 लोगों की मौत, 57 से अधिक घायल, दो गांवों को कराया गया खाली

विजय माल्या 2016 से ही ब्रिटेन में रह रहा है। माल्या पर आरोप हैं कि उसने करीब 17 बैंकों को धोखा देकर कर्ज लिया। माल्या ने कर्ज का एक हिस्सा विदेश में कंपनियों के खाते में ट्रांसफर कर दिया। दरअसल माल्या के प्रत्यर्पण की बड़ी अड़चन 14 मई को दूर हो गई थी। उस समय माल्या प्रत्यर्पण के खिलाफ केस हार गया था। अब केंद्र सरकार को अगले 28 दिनों के भीतर उसे वापस लेकर आना है। 20 दिन पहले ही बीत चुके हैं। ऐसे में भारत के पास आठ दिन है, जिसमें उसे वापस लाना है।

Read More: जगदलपुर से राहत की खबर, 3 कोरोना मरीजों की अस्पताल से छुट्टी, 5 अन्य की हालत भी बेहतर