मुरैना। कोरोना महामारी के चलते देश- प्रदेश में संकट गहराता जा रहा है। इस हाहाकार के बीच जिला मुरैना के मजदूर जिला बेलगाम कर्नाटक में पिछले 40 दिनों से एक स्कूल में क्वांरटाइन किए गए थे, लाचार भूखे प्यासे मजदूर पिछले कई दिनों से अपने घर आने की गुहार लगा रहे थे ।
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प्रशासन के प्रयासों से इन मजदूरों को घर भिजवाने का इंतजाम किया गया था । मजदूरों को कर्नाटक से बाहर निकालने के लिए प्रति मजदूर 5700 रुपये लिए गए। मजदूरों ने किसी तरह ये रकम घर से मंगाई, इसके बाद कर्नाटक के बस वालों को ये रकम दी गई। रकम मिलने के बाद बसों के जरिए 83 मजदूर मुरैना के लिए रवाना किए गए।
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मजदूरों ने कलेक्टर प्रियंका दास सहित कई प्रशासनिक अधिकारियों से गुहार लगाई थी। ये मजदूर मध्यप्रदेश रवाना जरुरु किए गए लेकिन इसके लिए उन्हें 5700 रु का शुल्क चुकाना पड़ा। इससे पहले मुख्यमंत्री ने प्रत्येक मजदूरों को आश्वासन दिया था कि मजदूरों को घर वापसी के लिए कहीं कोई पैसा नहीं देना होगा । मजदूरों का आरोप है कि कर्नाटक प्रशासन ने उनसे पैसों की वसूली की है , इस वसूलीका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।