कोंडागांव । कोविड – 19 वायरस से लड़ने के लिए कोंडागांव जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। यहां वायरस से निपटने के लिए पूरा का पूरा जिला अस्पताल आरएनटी बिल्डिंग को खाली कर दिया गया है, और अस्पताल संचालन पास ही स्थित शिशु एवं मातृत्व अस्पताल में किया जा रहा है। वर्तमान में जिला अस्पताल का 60 बेड के सुविधायुक्त कोविड – 19 अस्पताल के रूप में परिवर्तित किया जा रहा है।
जानकारी अनुसार, कोरोना संक्रमन कोविड – 19 से बचाव के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में 3 मई तक लॉक डाउन की घोषणा की है, साथ ही 20 अप्रैल तक इसका कड़ाई से पालन किए जाने की बात भी कही है। वहीं प्रदेश की सरकार भी कोरोना को लेकर गंभीर है। इधर कोंडागांव जिला कलेक्टर नीलकंठ टीकाम के निर्देश पर कोंडागांव में भी तरह-तरह के उपाय किए जा रहे है। इसी कड़ी में जिला अस्पताल आरएनटी को कोविड अस्पताल के रूप में विकसित किया जा रहा है। बता दें, दो माला की इस ऊंची भवन में पहले और दूसरे माले पर 30-30 बेड की व्यवस्था की जा रही है, जिसमें कोविड – 19 के मरीजों को रखा जाएगा। क्योंकि कोविड-19 वायरस फैलने वाली बिमारी है ऐसे में पूरे अस्पताल को अभी से खाली करवा दिया गया है और यहां भर्ती मरीजों का फिलहाल शिशु एवं मातृत्व अस्पताल में उपचार जारी है।
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अंतिम विकल्प के रूप में उपयोग होगा कोंडागांव कोविड अस्पताल
इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए जिला अस्पताल आरएनटी के सिविल सर्जन डॉ संजय बसाख ने बताया कि, कोविड अस्पताल में 60 बिस्तर की सुविधा की जा रही है। लेकिन इसका उपयोग मेडिकल काॅलेज जगदलपुर के फुल हो जाने के बाद ही किया जाएगा। संजय बसाख ने आगे बताया कि, यदि कोण्डागांव के जिला अस्पताल में कोरोना से संक्रमित मरीज रखे जाते है तो उपचार के दौरान किसी भी बाहारी व्यक्ति को अस्पताल में प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा और ना ही किसी को अस्पताल से बाहार जाने दिया जाएगा। अस्पताल स्टॉफ डॉक्टर सभी अस्पताल में ही रहेंगे। ताकि संक्रमण बढ़ने का खतना कम से कम रहे।
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एक कोरोना अस्पताल और दो क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया
कोंडागांव में अभी तक किसी भी व्यक्ति में कोरोना संक्रमण नहीं पाया गया है। साथ ही बचाव के लिए जिला प्रशासन सख्त से सख्त कदम भी उठा रही है। इसके बाद भी कोई कोरोना से संक्रमित पाया जाता है तो उसके लिए तीन तरह के व्यवस्था किए गए है। इस बारे में जानकारी देते हुए कोंडागांवकलेक्टर नीलकंठ टीकाम ने बताया, यदि कोई कोरोना से संक्रमित पाया जाता है तो उसका उपचार जिला अस्पताल आरएनटी कोरोना अस्पताल में किया जाएगा। इसके साथ ही कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के परिवार के सदस्यों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जाएगा। इसके लिए जिला पंचायत के संसाधन केंद्र और हाउसिंग बोर्ड के बड़ेकनेरा रोड स्थित नवनिर्मित कॉलोनी को क्वॉरेंटाइन बनाया गया है।