भोपाल: ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को अपने अधिकारिक ट्विटर एकाउंट से कांग्रेस पार्टी का नाम हटा दिया है। वहीं, उन्होंने अपने ट्विटर पर अब समाजसेवी लिखा है। इस बात को लेकर सियासी गलियारों में एक बार फिर अटकलों का दौर शुरू हो गया है। बता दें कि बीते दिनों प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग को लेकर मांग लंबे समय से उठ रही है। लेकिन पार्टी ने अभी इस ओर कोई फैसला नहीं लिया है। हालांकि इस संबंध में पार्टी हाइकमान सीएम कमलनाथ सहित कई पार्टी नेताओं से चर्चा कर चुकी है।
Read More: मंत्री कवासी लखमा की पहल से बची कार्यकर्ता की जान, कहा- सेवा ही है परम कर्तव्य
कांग्रेसी से समाजसेवी
ज्योतिरादित्स सिंधिया ने अपने ट्विटर एकाउंट से हटाकर समाजसेवी लिखा है। उनके समाजसेवी लिखे जाने को लेकर लोगों ने कयास लगाना शुरू कर दिया है। हालांकि इस संबंध में सिंधिया ने किसी प्रकार की अधिकारिक घोषणा नहीं की है। वहीं, गौर किया जाए तो लोकसभा चुनाव हारने के बाद भी सिंधिया अपने क्षेत्र में दौरा कर रहे हैं। वे क्षेत्र की कई समस्याओं को लेकर सरकार को पत्र लिखकर उसे दूर करने की मांग रख चुके हैं। कई मर्तबा ऐसा देखा गया है कि वे पार्टी के नेताओं और मंत्रियों को भी फटकार भी लगा चुके हैं।
अटकलों का दौर
बीते दिनों ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी ज्वॉइन करने की अटकलें जोरों पर थी। हालांकि उन्होंने मीडिया से बात करते हुए इस बात को खारिज कर दिया था। लेकिन अब अपने सोशल मीडिया एकाउंट से नाम हटाकर सिंधिया ने एक बार फिर सियासी गलियारों में हड़कंप मचा दिया है। इसके साथ ही एक बार फिर अटकलों का दौर शुरू हो गया है।
सिंधिया को राज्यसभा भेजने की तैयारी
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर सिंधिया के नाम की अटकलें लगाई जा रही थी, लेकिन अब राज्यसभा सांसद चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी बढ़ने लगी है। जी हां बीते दिनों खबर आई थी कि सिंधिया को कांग्रेस मध्यप्रदेश से राज्यसभा भेजने की तैयारी कर रही है। हालांकि अभी इस पर कोई भी नेता बोलने को तैयार नहीं है। लेकिन जानकारों का कहना है कि अंतिम फैसला पार्टी अध्यक्ष को लेना है, लेकिन राय प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं से जरूर ली जाएगी।