नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण के चलते भारत सहित दुनिया के कई देशों में हाहाकार मचा हुआ है। कोरोना काल में ऑटो, पर्यटन सहित सेक्टर भारी मंदी के दौर से गुजर रहे हैं, कोरोना के चलते काम धाम टोटल ठप्प है। लेकिन ऑटोमोबाइल सेक्टर्स को मंदी से उबारने के लिए आईआरडीए ने बड़ा फैसला लिया है। आईआरडीए के इस फैसले के बाद उम्मीद की जा रही है कि ऑटोमोबाइल सेक्टर्स में मंदी से राहत मिलेगी। इसका सीधा असर वाहनों की ऑन रोड कीमत पर पड़ेगा और वाहन सस्ते पड़ेगें।
दरसअल इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (IRDAI) ने लॉन्ग टर्म पैकेज्ड थर्ड पार्टी और ओन-डैमेज पॉलिसी के नियमों को वापस ले लिया है। इस पॉलिसी को हटाए जाने के बाद दोपहिया वाहनों में 5-7 हजार रुपए की तो चार पहिया वाहनों में 20 से 30 हजार रुपए की कमी आ सकती है। बता दें कि, बीते जून महीने में आईआरडीए ने इस नए नियम को प्रस्तावित किया था, जिसे आगामी 1 अगस्त से देश भर में लागू किया जाएगा।
दरअसल, इरडा ने हाल ही में लॉन्ग टर्म पैकेज कवर को लेकर एक समीक्षा की थी, और इस समीक्षा के बाद ही यह फैसला लिया गया है कि अब आगामी अगस्त 2020 से वाहनों के लिए 3 और 5 साल की पॉलिसी लेना अनिवार्य नहीं होगा। यानी की बीमा कंपनियां अब केवल 1 साल के ओन डैमेज पॉलिसी की बिक्री कर सकेंगी। जिससे वाहन खरीदारों को ज्यादा पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं होगी।
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गौरतलब है कि इससे पहले साल 2018 के अगस्त महीने में यह लांग टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी लागू किया गया था। जिसके तहत कारों के लिए 3 साल की मोटर पॉलिसी और सितंबर 2018 से दोपहिया वाहनों के लिए 5 साल की मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी को अनिवार्य कर दिया गया था। अब इरडा ने अपने आधिकारिक वेबसाइट पर इस बात की जानकारी दी है कि, वाहनों के लिए लांग टर्म पॉलिसी अनिवार्य नहीं होगी।