भोपाल: मध्यप्रदेश सरकार में मंत्रियों की बयानबाजी के चलते मचे घमासान के बाद सीएम कमलनाथ ने मंत्रिमंडल की अनौपचारिक बैठक बुलाई थी। बैठक के बाद गृहमंत्री बाला बच्चन ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि मंत्रियों के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ पहले ही गाइडलाइन जारी कर चुके हैं। गाइडलाइन से बाहर जाने वाले लोगों पर होगी कार्रवाई। इस दौरान गृहमंत्री बाला बच्चन ने यह स्पष्ट नहीं किया कि अनौपचारिक बैठक में मंत्रियों की बयानबाजी को लेकर क्या फैसला लिया गया है? वे मीडिया के सवालों से बचते हुए नजर आए और कहा कि बैठक तो कर्ज माफी और दूसरे मुद्दों पर बुलाई गई थी।
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से कमलनाथ सरकार के मंत्री एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने में लगे हुए हैं। वहीं, कुछ नेताओं ने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पर भी कई गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद से प्रदेश की सियासत में सरगर्मी बढ़ गई थी। हालांकि सीएम कमलनाथ लगातार मंत्रियों से बात करते हुए ऐसे बयानबाजी से बचने की सलाह दे रहे थे, लेकिन बयानबाजी का दौर लगातार जारी रहा। अंतत: अनौपचारिक बैठक बुलानी पड़ी। अब देखना यह होगा कि इस बैठक में बयानबाजी करने वाले नेताओं के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है।
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इससे पहले सीएम कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गोहद विधायक रणवीर जाटव को फटकार लगाई थी। इसके बाद से उनके सुर बदलने लगे थे और अपने बयान से पलटते हुए नजर आए। विधायक रणवीर जाटव ने स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट पर गंभीर आरोप लगाते हुआ कहा था कि उनके बेटे बंकिम नर्सों के ट्रांसफर में पैसे ले रहे हैं। मैंने कई कर्मचारियों के ट्रांसफर के लिए स्वास्थ्य मंत्री से आग्रह किया, लेकिन वे संबंधित को भोपाल-इंदौर चक्कर लगवाते हैं। मंत्रीजी का बेटा हर काम के पैसे मांगता है।