बिलासपुर । लॉकडाउन में प्रदेश की सभी शराब दुकानें बन्द हैं। ऐसे में अब गांवों में लोगों ने अवैध शराब का कारोबार शुरू कर दिया है। देशी महुआ शराब बनाकर शौकीनों को बेच रहे हैं। गांव में महुए से बनी शराब को शहरों में भी खपाया जा रहा है। लॉकडाउन से लेकर अब तक 55 मामले अकेले बिलासपुर जिले में दर्ज किये जा चुके हैं।
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दरअसल, अचानक बढ़े अवैध शराब के कारोबार पर पुलिस की भी नजर है। पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी करते हुए अवैध शराब पर कार्रवाई कर रही है। लेकिन इस दौरान पुलिस को कई जगहों पर शराब कोचियों के आक्रोश का भी शिकार होना पड़ रहा है।
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बीती रात कोटा क्षेत्र में एक ऐसे ही मामले में छापेमारी करने गई आबकारी की टीम पर लोगों ने हमला कर दिया, जिमसें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। हालांकि इसके बाद भी पुलिस की कार्रवाई जारी है। जिले में 16 अप्रैल की स्थिति में करीब 55 मामले आबकारी के अलग-अलग थानों में दर्ज किये जा चुके हैं। जिसमें महुआ शराब, महुआ लाहन सामग्री सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कई मामलों में धारा 188 और मारपीट के तहत कार्रवाई भी की है। अधिकांश मामले ग्रामीण थानों में सामने आए हैं, जिसमें मस्तूरी, बिल्हा, कोटा, रतनपुर, सकरी, सिरगिट्टी, चकरभाठा, सरकंडा के क्षेत्र शामिल हैं।