भोपाल: मध्य प्रदेश में इंटरनेशनल इंडियन फिल्म एकेडमी अवॉर्ड्स-2020 समारोह को लेकर एक बार फिर राजनीति गरमाने लगी है। अब राज्य के सीएम सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इसे तमाशा बताया है। सीएम शिवराज ने ऐलान किया है कि मध्य प्रदेश में अब आइफा अवार्ड समारोह नहीं कराया जाएगा। जवाब में पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा है कि जिन्हें आइफा तमाशा लग रहा है वो खुद एक तमाशा हैं।
वहीं दूसरी ओर एमपी पीसीसी चीफ और पूर्व सीएम कमलनाथ ने आइफा आवर्ड को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए कहा कि शिवराज जी खुद ही तमाशा हैं। शिवराजजी के कहने से कोई तमाशा नहीं होता। झूठ भी शिवराजजी से शर्मा जाएगा। मध्यप्रदेश में की पहचान बीजेपी सरकार ने माफिया से बनाई थी इसलिए उन्हें ये गलत लग रहा हैं।
वहीं उपचुनाव को लेकर भी उन्होंने कहा कि जनता ऐसा जवाब देगी को वो याद रखेगें। मध्यप्रदेश की जनता ने उन्हे वोट ना देकर घर बैठाया था और उप चुनाव के परिणाम के बाद भी वो घर ही बैठेगें। वहीं पीडब्लूडी मंत्री गोपाल भार्गव द्वारा अपने गृह जिले की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को पोल खोले जाने को लेकर उन्होंने कहा कि गोपाल भार्गव ने गलती से सच बोल दिया और क्या बोलते.. जब खुद देख रहे थे कि नर्स डॉक्टर नही हैं।
वही प्रदेश में अचार संहिता के बाद भी अधिकारियों के हो रहे तबादलों पर उन्होने सवाल उठाते हुए कहा कि बीजेपी सरकार तबादला कर रहे हैं। ये सोचते हैं कि शासकीय तंत्र से चुनाव जीतेंगे। कमलनाथ ने कहा कि मैंने पुलिस से निवेदन किया कि वो अपनी वर्दी की इज्जत करें, जो अफसर हैं वो जान जाए उनको हिसाब किताब देना होगा। जो अधिकारी जेब मे भाजपा का बिल्ला लिए घूम रहे हैं वो अब उसे वर्दी पर लगा लें। समय ज्यादा नहीं बचा है। चुनाव के बाद आपके बिल्ले का ओर आपका हिसाब लिया जाएगा।
Read More: प्रदेश में आज 36 कोरोना मरीजों की मौत, 2019 नए मामले आए सामने, 2332 मरीज हुए स्वस्थ