रायपुर: इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय की नई खोज जिंक रिच राइस को अब बाजार में उतारने को तैयार है। किसान अब इसे खेतों में लगा रहे हैं। चावल की विशेषता ये है कि इसमें सामान्य चावल से ज्यादा जिंक और प्रोटीन मौजूद है। जिंक रिच राइस में 20 से 22 ग्राम तक जिंक मिलता है, वहीं इसमें प्रोटीन भी सामान्य चावल से साढ़े दस फीसदी ज्यादा प्रोटीन मिलता है।
इस चावल को लेकर पहला प्रयोग साल 2015 में किया गया था जो सफल रहा था। दूसरा प्रयोग 2016 और तीसरा प्रयोग 2017 में किया गया था। छत्तीसगढ़ की बड़ी आबादी चावल खाती है। ऐसे में इस विशेष तरह के चावल से छत्तीसगढ़ सरकार की सुपोषण अभियान में मदद मिल सकती है। इससे बनने वाले चिवड़ा, पोहा और लाई में भी जिंक और प्रोटीन पर्याप्त मात्रा में रहता है।