रायपुर: बीते एक महीने से IBC24 लगातार नशे के खिलाफ मुहिम चला रहा है, जिसमें राजधानी समेत पूरे प्रदेश में फैले नशे के नेक्सस से जुड़े हर एक कड़ी को हमने बेनकाब किया है। दूसरी तरफ पुलिस पर भी नशे के सौदागरों पर कार्रवाई का दबाव बना। पुलिस ने बताया कि पिछले कुछ वक्त में ही पुलिस टीम ने 51 मामलों में 67 लोगों को नशा बेचते या पैडलिंग करते गिरफ्तार किया। इसमें कई ऐंगल सामने आए हैं। ये भी सामने आया कि ड्रग के इस नैक्सेस में लेडी गैंग भी पूरी तरह से सक्रिय है, जो विकास बंछोर और श्रेयांस झाबक जैसे नशे के सौदागरों के साथ मिलकर नशा बेचने से लेकर उसकी सप्लाई तक में एक्टिव हैं। कोकिन सप्लाई मामले में डीजे पार्टी और नाइट क्लब की आड़ में कोकिन सप्लाई करने वाली ड्रग पैडलर निकिता पंचाल के बाद सोमवार को राजधानी से फिर 2 महिला तस्करों को गिरफ्तार किया। इससे एक बार फिर IBC24 की खबर पर मुहर लगी है कि रायपुर में नशा कारोबार में लेडी गैंग कई स्तर पर संलिप्त है।
मामले को लेकर रायपुर अजय यादव ने कहा कि राजधानी में नशे के नेटवर्क को लेकर रोजाना नए-नए खुलासे हो रहे हैं। अब तक IBC24 ने इस काले कारोबार को लेकर जिन-जिन पहलूओं को उठाया है, अब पुलिस की जांच में परत-दर परत उसका खुलासा हो रहा है। राजधानी पुलिस भी नशे नेटवर्क को तोड़ने Raipurpoliceagainstdrugs अभियान के तहत ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। बीते तीन महीने में पुलिस ने 50 मामलों में 65 से ज्यादा ड्रग पैडलर्स को गिरफ्तार किया है।
इस कड़ी में सोमवार को रायपुर पुलिस ने सायबर सेल के साथ मिलकर राजेंद्र नगर इलाके से काशीराम निवासी महिला शोभा सावलानी और मुजगहन में रहने वाली किरण चंदानी को बड़ी मात्रा में अफीम और डोडा चूरा के साथ गिरफ्तार किया। एसपी अजय यादव ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि इसमें और भी लोग संलिप्त हैं, जिन्हें एक -एक कर गिरफ्तार किया जाएगा। अपराधी ये न समझे की कार्रवाई खत्म हो गई है।
आपको बता दें कि रायपुर में ड्रग पैडलिंग में महिला गैंग की संलिपत्ता का खुलासा निकिता पांचाल की गिरफ्तारी के बाद हो गया था। इसके अलावा IBC24 ने अपनी मुहिम में रायपुर में सक्रिय लेडी पैडलर्स का खुलासा किया है, जिसमें लाखे नगर में नशे और सट्टे का कारोबार चलाने वाली महिला खाला का नाम भी शामिल था, जिसके अड्डे को प्रशासन ने जमींदोंज कर दिया था। पंडरी ईरानी डेरा के पास सालों तक शीलु शर्मा नामक महिला डॉन ने खुले आम नशे का कारोबार किया, लेकिन सालों तक उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। कुछ समय बाद पुलिस के साथ उसकी मिलीभगत का वीडियो सामने आने के बाद उसे पहली बार गिरफ्तार किया गया। रायपुर मे अपराध में संलिप्त महिलाओं की सूची में पुराना नाम स्टेशन चौक की अक्का बाई का है, जो नशा बिकवाने से लेकर कई प्रकार के अवैध काम में संलिप्त पाई गई है। रायपुर में बदनाम महिला अपराधियों में मोनिका सचदेव का है, जो सिविल लाइन इलाके मे ओसीएम चौक के पास नशा बेचने के अलावा लड़कियों का इस्तेमाल कर कई गैर कानूनी काम कर रही थी। नशे के कारोबार में महिलाओं की संलिप्तता का आप अंदाजा लगा सकते हैं कि मोतीबाग के पास शहर के प्रमुख चौराहे औलिया चौक में महिलाओं का समुह सालों से नशे का कारोबार कर रहा था, जिस पर पुलिस भी कार्रवाई नहीं कर रही थी। IBC24 ने इसका खुलासा किया जिसके बाद मौके से 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
राजधानी में नशेड़ी गैंग हर दिन उत्पात मचा रहे हैं। लूटपाट और मारपीट की घटनाएं आम हो गई हैं। पंडरी तालाब के पास हुए चाकूबाजी में घायल युवक की मौत हो गई। आक्रोशित परिजनों ने किया पंडरी थाने का घेराव भी किया। कुल मिलाकर आईबीसी 24 नशे के खिलाफ अपनी मुहीम में लगातार नशा कारोबारियों की करतूत उजागर कर रहा है. अब देखना होगा की रायपुर पुलिस अपने अभियान रायपुर पुलिस अगेंस्ट ड्रग्स के तहत कितनी नशे कारोबारियों को जेल की सलाखों के पीछे भेज पाती है। सवाल ये भी कि लेडी गैंग में और कितने खिलाड़ी शामिल हैं।