हमें सशक्त नेता चाहिए, जो बिहार के लिए अपनी बात रखने में किसी का पिछलग्गू न बने- प्रशांत किशोर | 'Hum woh neta chahte hain jo sashakt ho, jo Bihar ke liye apni baat kehne mein kisi ka pichhlaggu na bane'

हमें सशक्त नेता चाहिए, जो बिहार के लिए अपनी बात रखने में किसी का पिछलग्गू न बने- प्रशांत किशोर

हमें सशक्त नेता चाहिए, जो बिहार के लिए अपनी बात रखने में किसी का पिछलग्गू न बने- प्रशांत किशोर

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:48 PM IST, Published Date : February 18, 2020/6:39 am IST

नई दिल्ली। दिल्ली चुनाव में अपनी राजनीतिक रणनीति से केजरीवाल को प्रचंड मतों से जीत दिलाने के बाद अब प्रशांत किशोर बिहार चुनाव में जुट गए हैं। पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव से जुड़ी अपनी रणनीति के बारे में जानकारी दी है।

 

पढ़ें- नमस्ते ट्रंप: ऐतिहासिक होगा डोनाल्ड ट्रंप का भारत दौरा, 22 KM तक हो…

प्रशांत किशोर कहते हैं कि बिहार को देश के 10 सर्वश्रेष्ठ राज्यों में से एक बनाने की दिशा में काम करने के लिए 20 फरवरी से ‘बात बिहार की’ नामक एक कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। जेडीयू से निष्कासन पर भी उन्होंने अपनी बात रखी। प्रशांत किशोर के मुताबिक ‘नीतीश जी के साथ आज भी मेरे संबंध अच्छे हैं। मेरे मन में उनके लिए अपार सम्मान है। मैं उनके फैसले पर सवाल नहीं उठाऊंगा’।

पढ़ें- निर्भया केस: तीसरी बार जारी हुआ डेथ वॉरंट, 3 मार्च को सुबह 6 बजे हो.

प्रशांत किशोर कहते आगे कहते हैं कि नीतीश कुमार के रहने से ही बिहार का विकास हुआ है। लेकिन अब विकास की गति धीमी है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मुझे आज के नीतीश कुमार पंसद नहीं है। 2014 वाले नीतीश कुमार मुझे पसंद थे।

पढ़ें- धारा 370 हटाने का विरोध करने वाली ब्रिटिश सांसद का वीजा रद्द, नहीं …

उन्होंने मीडिया से बात करते हुए आगे कहा कि हम वो नेता चाहते हैं जो सशक्त हो, जो अपनी बात कहने में किसी का पिछलगू (पीछे-पीछे घुमना) न बनें। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार गोडसे को मानने वालों के साथ हैं। गांधी और गोडसे एक साथ नहीं चल सकते।