स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा प्लाज्मा थेरेपी से कोरोना के इलाज के पुख्ता सबूत नहीं, ICMR ने नहीं किया मंजूर | Health Ministry said there is no concrete evidence to treat corona with plasma therapy, ICMR did not approve

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा प्लाज्मा थेरेपी से कोरोना के इलाज के पुख्ता सबूत नहीं, ICMR ने नहीं किया मंजूर

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा प्लाज्मा थेरेपी से कोरोना के इलाज के पुख्ता सबूत नहीं, ICMR ने नहीं किया मंजूर

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:58 PM IST, Published Date : April 28, 2020/2:51 pm IST

नईदिल्ली। कोरोना संकट से जूझ रहे देश के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को यह स्पष्ट करते हुए कहा है कि प्लाज्मा थेरेपी से कोरोना वायरस के इलाज का अभी तक कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि इसे लेकर सभी दावे गलत हैं और अभी भी हम ट्रायल ही कर रहे हैं।

ये भी पढ़ें:राहुल गांधी का मोदी सरकार पर हमला, कहा- RBI की बैंक चोरी लिस्ट में BJP के ‘मि…

उन्होने ICMR का हवाला देते हुए बताया कि कोरोना का प्लाज्मा थेरेपी के जरिए इलाज नहीं किया जा सकता। इसे ICMR की ओर से मंजूर नहीं किया गया है। इसे अभी केवल ट्रायल और रिसर्च के रूप में ही आजमाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए जारी गाइडलाइंस को ठीक से पालन नहीं किया गया तो यह खतरनाक भी हो सकता है।

ये भी पढ़ें: दिल्ली में 4.11% हेल्थ वर्कर कोरोना संक्रमित, केंद्रीय स्वास्थ्य मं…

उन्होने यह भी कहा कि ICMR ने इस पर रिसर्च शुरू किया है। तब तक इस पद्धति पर किसी भी प्रकार का दावा नहीं किया जाना चाहिए। स्वास्थ्य व गृह मंत्रालय की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में आज कोरोना वायरस को लेकर नए आंकड़े जारी किए गए। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 1543 नए मामले सामने आए हैं। इस मामले में रिकवरी रेट 23.3 फीसदी है।

ये भी पढ़ें: भारत में पिछले 24 घंटे के भीतर मिले 1543 नए कोरोना मरीज, 30 हजार के…

बता दें कि प्लाज्मा थेरेपी एक पुरानी तकनीक है। जिसके तहत ठीक हो चुके मरीजों के खून से प्लाज्मा लेकर बीमार लोगों को चढ़ाया जाता है। ठीक हो चुके मरीजों के एंटीबॉडी से बीमार लोगों को रिकवरी में मदद मिलती है। इससे मरीज के शरीर में वायरस कमजोर पड़ने लगता है।