रायपुर: चीन सहित दुनिया के कई देशों में कोरोनावायरस का कहर लगातार जारी है। चीन में अब तक इस वायरस की चपेट में आकर 3000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, दूसरी ओर भारत में अब कोरोना का कहर जारी है। हालात को देखते हुए भारत के अधिकतर राज्यों के स्कूल कॉलेजों में 31 मार्च तक छुट्टी का ऐलान किया गया है। इसके साथ ही कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए नगरीय निकायों की सीमा के अंतर्गत स्थित सभी सार्वजनिक पुस्तकालय (लाइब्रेरी) तथा शासकीय, अर्धशासकीय और निजी व्यायाम शाला (जिम), तरणताल (स्वीमिंग पुल) एवं वाॅटर पार्क अनिवार्य रूप से 31 मार्च 2020 तक बंद करने का आदेश दिया है। बड़ा सावाल यह है कि सिनेमा हॉल, रेस्टोरेंट और पब भी में रोजना हजारों लोगों का आना जाना रहता है, लेकिन अभी तक इन स्थानों को बंद करने के संबंध में कोई पहल नहीं की गई है। नगरीय प्रशासन विभाग की ओर से जारी इस आदेश को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं।
इससे पहले कल सीएम भूपेश बघेल ने गुरुवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज देर शाम दिल्ली से लौटते ही अपने निवास कार्यालय में आपात बैठक लेकर प्रदेश में कोरोना वायरस से निपटने के लिए की गई तैयारियों और इंतजामों की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को कोरोना वायरस से बचाव के लिए किए गए इंतजामों की नियमित समीक्षा और निगरानी करने के निर्देश दिए है।
Read More: शराब के नकली लेबल, ढक्कन और रैपर बनाकर की करोड़ों की ठगी, आरोपी ने कोर्ट में किया सरेंडर
भारत सरकार द्वारा कोरोना वायरस को लेकर जारी की गई एडवाइजरी के तारतम्य में बैठक में प्रदेश में परीक्षाओं को छोड़कर सभी स्कूल और कॉलेजों को आगामी 31 मार्च तक बंद करने का निर्णय लिया गया। परीक्षाएं अपने निर्धारित समय-सारणी के अनुसार आयोजित की जाएंगी। बैठक में लोगों को सजग और जागरूक रहने तथा शासकीय कार्यक्रमों में भीड़-भाड़ से बचने की हिदायत भी दी गई। कोरोना से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी का व्यापक प्रचार-प्रसार भी करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों को दिए है।
Read More: कोरोना के कारण भारत-दक्षिण अफ्रीका वन-डे सीरीज रद्द, बीसीसीआई ने लिया फैसला