गुरू पूर्णिमा, चंद्र ग्रहण के साथ गज केसरी योग का संयोग, इन बातों का रखें ध्यान | Guru Purnima, coincidence of Gaj Kesari Yoga with lunar eclipse, keep these things in mind

गुरू पूर्णिमा, चंद्र ग्रहण के साथ गज केसरी योग का संयोग, इन बातों का रखें ध्यान

गुरू पूर्णिमा, चंद्र ग्रहण के साथ गज केसरी योग का संयोग, इन बातों का रखें ध्यान

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:12 PM IST, Published Date : July 5, 2020/4:24 am IST

रायपुर। 5 जुलाई यानी आज गुरु पूर्णिमा और चंद्रग्रहण एक साथ है। साल के इस तीसरे चंद्र ग्रहण पर गज केसरी योग बन रहा है। चंद्रमा और गुरु इस दौरान धनु राशि में होंगे। एक राशि में दोनों ग्रहों की युति गज केसरी योग बनाती है। चंद्र ग्रहण के दौरान बना गज केसरी योग कई राशि के जातकों का भाग्य खोल सकता है। मिथुन, कर्क, वृश्चिक, धनु और मकर राशि के जातकों को चंद्र ग्रहण पर गज केसरी योग का ज्यादा लाभ मिलेगा।

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गुरु पूर्णिमा का पर्व रविवार को मनाया जाएगा। चंद्र ग्रहण भी लग रहा है। इसका प्रभाव नहीं रहेगा। चंद्र ग्रहण सुबह 08 बजकर 38 मिनट पर प्रारंभ हो गया है। वहीं, 11 बजकर 21 मिनट पर समाप्त होगा। ग्रहण अवधि 02 घंटे 43 मिनट 24 सेकेंड रहेगा। गुरु पूर्णिमा के दिन लगने वाला चंद्रग्रहण भारत के संदर्भ में बहुत ज्यादा प्रभावशाली नहीं होगा। यह एक उपच्छाया चंद्रग्रहण है और भारत में दिखाई भी नहीं देगा। यह ग्रहण धनु राशि पर लगने वाला है तो इस दौरान धनुराशि वाले लोगों का मन कुछ अशांत रह सकता है। इस दौरान गुरु पूर्णिमा पर पूजा-अर्चना करना श्रेयस्‍कर होगा।

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आज एक महीने में तीसरी बार ग्रहण लग रहा है। गुरु पूर्णिमा के दिन रविवार को चंद्र ग्रहण लग रहा है। एक माह के अंदर यह लगातार तीसरा ग्रहण है। इससे पहले 5 जून को भी चंद्र ग्रहण लगा था, इसके बाद 21 जून को सूर्य ग्रहण लगा था। तीसरा ग्रहण रविवार को लग रहा है। इस तरह से इस साल का तीसरा चंद्रगंहण होगा और कुल चौथ ग्रहण होगा।

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आज एक महीने में तीसरी बार ग्रहण लग रहा है। गुरु पूर्णिमा के दिन रविवार को चंद्र ग्रहण लग रहा है। एक माह के अंदर यह लगातार तीसरा ग्रहण है। इससे पहले 5 जून को भी चंद्र ग्रहण लगा था, इसके बाद 21 जून को सूर्य ग्रहण लगा था। तीसरा ग्रहण रविवार को लग रहा है। इस तरह से इस साल का तीसरा चंद्रगंहण होगा और कुल चौथ ग्रहण होगा।

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आषाढ़ पूर्णिमा के दिन लगने वाला उपछाया चंद्र ग्रहण 5 जुलाई 2020, रविवार को सुबह 8 बजकर 37 मिनट पर शुरू होगा। इसके बाद ग्रहण सुबह 9 बजकर 59 मिनट पर अपने सबसे अधिकतम प्रभाव में होगा। चंद्र ग्रहण दिन के 11 बजकर 22 मिनट पर खत्म हो जाएगा। इस बार का ग्रहण दो घंटे 43 मिनट और 24 सेकेंड तक रहेगा। ज्‍योतिषविदों के मुताबिक इस साल 6 ग्रहण लग रहे हैं।

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इसमें साल का तीसरा चंद्र ग्रहण रविवार, 5 जुलाई को लग रहा है। इससे पहले जून महीने में 5 जून को चंद्र ग्रहण लगा था, इसके बाद 21 जून को सूर्य ग्रहण और अब एक बार फिर से चंद्र ग्रहण लग रहा है। भारत में चंद्र ग्रहण को नहीं देखा जा सकेगा। लेकिन यह चंद्र ग्रहण दूसरे देशों में सुबह 8 बजकर 38 मिनट से लगेगा। सुबह 9 बजकर 59 मिनट में ग्रहण का परम ग्रास होगा। दिन के 11 बजकर 21 मिनट पर उपच्‍छाया चंद्र ग्रहण समाप्त हो जाएगा। इस बार चंद्र ग्रहण पर गुरु पूर्णिमा का विशेष योग बन रहा है।

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हालांकि, इस बार यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इस ग्रहण को दक्षिणी/ पश्चिमी यूरोप, अफ्रीका के अधिकतर हिस्से, उत्तरी अमेरिका के अधिकतर हिस्से, दक्षिणी अमेरिका, भारतीय महासार और अंटार्टिका में देखा जा सकेगा।