जामनगर। पूर्व IPS अधिकारी संजीव भट्ट जामनगर कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। 29 साल पहले पुलिस कस्टडी में एक व्यक्ति की मौत के मामले में करीब 30 साल बाद संजीव भट्ट को ये सजा सुनाई गई है। मामला 1990 के दौरान हुए दंगे का है, जिसमें हिरासत में लिए गए एक युवक की मौत हो गई थी
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बता दे कि जामजोधपुर शहर में 1990 में हुए दंगे के दौरान 100 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लेने के आदेश दिये गए थे, लेकिन हिरासत से मुक्त किए जाने के बाद इनमें से एक की अस्पताल में मौत हो गई थी, वहीं खबर ये भी है कि जेल में हिरासत के दौरान उसकी जमकर पिटाई की गई थी।
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बता दें कि भट्ट गुजरात के जामनगर में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के रूप में पदस्थ थे, जब एक व्यक्ति की हिरासत में मौत हुई थी। इसके बाद मृतक के भाई ने इस मामले में संजीव भट्ट समेत 8 पुलिसकर्मियों को आरोपी बनाते हुए मामला दर्ज कराया था, जिसके बाद करीब 2 दशक बाद कोर्ट ने संजीव भट्ट को दोषी ठहराते हुए गुरुवार को उम्रकैद की सजा सुनाई। वहीं एक कांस्टेबल और एक और को भी उम्रकैद की सुनाई गई है।
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