भगवान भी रहे मंदिरों में आइसोलेटेड, 'जनता कर्फ्यू' में आम लोगों के लिए बंद रहे दरबार | God also remained isolated in temples Durbar closed for common people in 'Janata curfew'

भगवान भी रहे मंदिरों में आइसोलेटेड, ‘जनता कर्फ्यू’ में आम लोगों के लिए बंद रहे दरबार

भगवान भी रहे मंदिरों में आइसोलेटेड, 'जनता कर्फ्यू' में आम लोगों के लिए बंद रहे दरबार

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:04 PM IST, Published Date : March 22, 2020/7:31 am IST

नई दिल्ली । कोरोना वायरस से बेहतर तरीके से निपटने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार 22 मार्च को 14 घंटे की ‘जनता कर्फ्यू’ की अपील की थी। पीएम मोदी की इस निवेदन का बिहार में भी व्यापक असर हुआ है। आज बिहार के तकरीबन 4500 मंदिरों को पूरी तरह बंद रखा गया है। बिहार सरकार ने प्रदेश के सभी मंदिरों में रात 12 बजे के बाद से ही ताला लगाने का आदेश जारी किया है। हालांकि इस दौरान मंदिर के पुजारी पर किसी तरह की पूजा-अर्चना के लिए रोक नहीं है। आम लोगों के मंदिर में प्रवेश को लेकर प्रतिबंध लगाया गया है।

ये भी पढ़ें- अब जब चालू करेंगे नल से मिलेगा पानी, मार्च महीने के अंत से शुरु हो …

बिहार में नीतीश सरकार ने पहले ही एहतियातन राज्य के सभी स्कूल, कॉलेज, सिनेमा हॉल, शॉपिंग मॉल और रेस्तरां को 31 मार्च तक के लिए बंद करने का निर्देश दिया है। ‘जनता कर्फ्यू’ के दौरान पटना के मंदिरों पर ताला लटका हुआ देखा गया । ‘जनता कर्फ्यू’ शुरू होते ही सुबह 7 बजे ताला लगा दिया था । मंदिर के पुजारियों ने सुबह भगवान की पूजा-अर्चना कर सुबह के 7 बजते ही मंदिर पर ताला जड़ दिया गया। पुजारियों का कहना है कि वो भी पीएम मोदी की अपील पर ‘जनता कर्फ्यू’ में सहयोग कर रहे हैं।

ये भी पढ़ें- ‘जनता कर्फ्यू’ का इससे बेहतर इस्तेमाल शायद मुश्किल, पूरे शहर को सै…

बता दें, पूरे देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले को देखते हुए सभी मंदिरों को बंद कर दिया गया है। बंद के दौरान मंदिर के पुजारी पूजा – अर्चना कर सकते हैं।

बता दें कि ‘जनता कर्फ्यू’ शुरु, आम दिनों में सड़कों पर दिखने वाली गतिविधियां थमीं, पीएम मोदी की अपील का व्यापक असर कोरोना वायरस को लेकर विश्व में हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। चीन के वुहान से फैली महामारी कोविड-19 के मरीजों की संख्या भारत में भी बढ़ती जा रही है। इसके वायरस के प्रसार को रोकने के के लिए पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में रविवार 22 मार्च को भारत में जनता कर्फ्यू की अपील की है। सुबह 7 बजे से शुरु होकर यह आज रात नौ बजे तक जारी रहेगा।

जनता कर्फ्यू के तहत भारत में सुबह 7 बजे से लेकर रात 9 बजे तक लोग घरों में ही रहेंगे और इसका पालन करेंगे ताकि महामारी बन चुके कोरोना वायरस के प्रसार को रोका जा सके। जनता कर्फ्यू के तहत लोगों से यह अपील की गई है कि वे स्वेच्छा से कोरोनो वायरस के प्रसार को रोकने के लिए घरों में ही रहें जबकि इस दिन सार्वजनिक परिवहन सेवा निलंबित की गई है.आवश्यक वस्तुओं से जुड़ी दुकानों के अलावा अन्य सभी बाजार और दुकानें आज बंद हैं।

पीएम मोदी की अपील के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री समेत देश के बड़े नेताओं ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर लोगों से सुबह 7 से रात नौ बजे तक जनता कर्फ्यू का पालन करने का आग्रह किया। बता दें कि संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने के लिए सामाजिक मेलजोल से दूरी बनाना जरूरी है, क्योंकि कोरोना के मामले बढ़ गए हैं। भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 315 हो गई है।

प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को आह्वान किया था कि 22 मार्च को सुबह 7 बजे से 9 बजे के बीच ‘जनता कर्फ्यू’ का पालन करें। उन्होंने कहा था कि आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को छोड़कर कोई भी नागरिक अपने घर से बाहर न निकले। उन्होंने कहा था कि यह कोरोना वायरस से निपटने के लिए भारत की तैयारी प्रदर्शित करने की एक परीक्षा होगी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इसे समय की जरूरत बताते हुए देश में सभी से इस कदम का समर्थन करने को कहा।