रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन प्रश्नकाल के दौरान पूर्व मंत्री और वर्तमान कूरुद विधायक अजय चंद्राकर ने मुंगेली जेल ब्रेक का मामला सदन में उठाया। इससे पहले विधानसभा की कार्रवाई शुरू होते ही विधानसभा अध्यक्ष ने सदन में सदस्यों को समझाइश दी। उन्होंने कहा कि सदन की गरिमा को बरकरार रखते हुए कभी भी जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल न किया जाए। वहीं, कोई सदस्य सदन में अपना व्याख्यान प्रस्तूत कर रहा हो तो व्यवधान पैदा न करें।
Read More: भाजपा के पूर्व मंत्री को जान से मारने की धमकी, विधानसभा में उठाएंगे मुद्दा
प्रश्नकाल के दौरान सत्ता पक्ष से सवाल करते हुए अजय चंद्राकर ने पूछा कि उप जेल जिला मुंगेली में कितने कैदी रखने की क्षमता है? जब मुंगेली में जेलब्रेक की घटना हुई थी, तब कितने कैदी रखे गए थे? कैदी फरार वाले मामले पर जिम्मेदार व्यक्तियों प्रशासन द्वारा क्या कार्रवाई की गई है?
Read More: आज नहीं होगी एक भी रजिस्ट्री, सामूहिक अवकाश पर प्रदेश भर के राजिष्ट्रार
अजय चंद्राकर के सवालों का जवाब देते हुए गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि मुंगेली जेलब्रेक की घटना में जांच कराया गया है। मामले में जांच के बाद रिपोर्ट प्रस्तुत किया जाएगा। कैदी कैसे फरार हुए, क्या खामियां थी? इन बिंदुओं की जांच हुई है। विभागीय तौर पर मामले की जांच करके दोषियों पर कार्रवाई होती है। तत्काल निलंबित करने की जो कार्रवाई थी, उसमें निलंबित कर दिया गया है।
Read More: कमलनाथ कैबिनेट की बैठक, योजना आयोग का नाम बदलने सहित इन अहम प्रस्तावों पर लग सकती है मुहर
इस दौरान अजय चंद्राकर ने पूछा कि कितने दिनों में रिपोर्ट देते हैं? कितने दिनों में रिपोर्ट को लागू किया गया? गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने जवाब में कहा, 26 अक्टूबर 2019 को 4 बंदी फरार हुए थे विभिन्न बिंदुओं पर जांच की गई है।