भोपाल। मध्यप्रदेश के इतिहास में पहली बार रविवार को भी विधानसभा की कार्यवाही चलेगी। आज की कार्यवाही में सदन में नर्मदा के पानी को लेकर एमपी और गुजरात के बीच विवाद की गूंज विधानसभा में सुनाई दे सकती है। इसके साथ, किसान कर्जमाफी, पानी, बिजली और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सदन में हंगामे के आसार है। इससे पहले शनिवार देर रात करीब 11 बजे तक विधानसभा की कार्यवाही चली।
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बता दे कि अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान अधिकारियों की अनुपस्थिति को लेकर लगातार दी जा रही हिदायत के बाद भी सुधार न होने पर विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने 3 अफसरों को नोटिस जारी करने का आदेश दिया है। ऊर्जा विभाग की चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने मुद्दा उठाया कि विभाग के प्रमुख सचिव तो मौजूद हैं, लेकिन तीनों विद्युत वितरण कंपनियों में से एक के भी MD मौजूद नहीं हैं। इससे नाराज स्पीकर ने ऊर्जा मंत्री से सवाल-जवाब करते हुए तीनों अफसरों को पत्र लिखने के आदेश जारी कर दिए हैं।
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संसदीय कार्यमंत्री डॉ गोविंद सिंह ने अपील की तो स्पीकर ने कहा कि अधिकारियों की मौजूदगी की जिम्मेदारी संबंधित विभाग के प्रमुख की है। उन्होंने कहा कि अफसर संसदीय मंदिर में नहीं पहुंचे तो बेलगाम हो जाएंगे। इधर नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने टोकते हुए कहा कि मंत्री झूठे आंकड़े सुना रहे हैं। और इस बात को लेकर विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया। हंगामे के बीच ऊर्जा विभाग का बजट अनुदान पारित हुआ।