इंदौर: मोदी सरकार के तीनों कृषि कानून के खिलाफ किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। किसानों के समर्थन में जहां एक ओर विदेश के कई हस्तियों ने ट्वीट किया है तो वहीं दूसरी ओर अब राजनीतिक दलों का भी किसानों को समर्थन मिलने लगा है। किसान आंदोलन को लेकर केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत का बड़ा बयान सामने आया है। बता दें कि थावरचंद गहलोत मोदी सरकार में सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री हैं।
केंद्रीय मंत्री गहलोत ने रविवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि पंजाब,हरियाणा और यूपी के कुछ इलाकों के किसान ही प्रदर्शन कर रहे हैं। बाकी देश के किसानों को कृषि कानून से कोई आपत्ति नहीं है।
इस दौरान उन्होंने इंदौर में निगम कर्मचारियों द्वारा बुजुर्गों के साथ किए अमानवीय व्यवहार को लेकर कहा कि प्रदेश सरकार ने घटना का तत्काल संज्ञान लेते हुए दोषियों पर कार्रवाई की है। सरकार के द्वारा की गई कार्रवाई से मैं संतुष्ट हूं। बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें दिखाई दे रहा था कि नगर निगम के अतिक्रमण निरोधक दस्ते के ट्रक के जरिए बेसहारा बुजुर्गों को नजदीकी क्षिप्रा गांव के पास सड़क किनारे छोड़ा जा रहा था, लेकिन कुछ जागरूक ग्रामीण इस अमानवीय घटना पर एतराज जताया। इससे घबराए नगर निगम कर्मचारी बुजुर्गों को दोबारा ट्रक में बैठाते दिखाई दिए थे।
वहीं, केंद्रीय मंत्री ने पूर्व सीएम पूर्व CM उमा भारती की शराबबंदी की मांग पर कहा कि जन जागरण के माध्यम से नशा मुक्ति की ओर आगे बढ़ना चाहिए। अवैध मादक पदार्थों पर सरकार लगातार कार्रवाई करती है। उमा भारती की मांग सराहनीय है।