नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) (EPFO) के दायरे में आने वाले कर्मचारियों और पेंशनभोगियों का न्यूनतम पेंशन 7,500 रुपये मासिक किये जाने समेत अन्य मांगों को लेकर पेंशन संघर्ष समिति ने रामलीला मैदान में रैली आयोजित की। इसमें हजारों की संख्या में पेंशन धारकों ने भाग लिया।
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पेंशनभोगी महंगाई भत्ते के साथ मूल पेंशन 7500 रुपये मासिक करने, पेंशनभोगियों के पति या पत्नी को मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं तथा ईपीएस 95 के दायरे में नहीं आने वाले सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भी 5,000 रुपये मासिक पेंशन देने की मांग कर रहे हैं। ईपीएस 95 के तहत आने वाले कर्मचारियों के मूल वेतन का 12 फीसदी हिस्सा भविष्य निधि में जाता है।
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वहीं, नियोक्ता के 12 फीसदी हिस्से में से 8.33 फीसदी कर्मचारी पेंशन योजना में जाता हैं इसके अलावा, पेंशन कोष में सरकार भी 1.16 फीसदी का योगदान करती है। पेंशन भोगियों का कहना है कि कि 30-30 साल काम करने और ईपीएस आधारित पेंशन में निरंतर योगदान करने के बाद भी कर्मचारियों को मासिक पेंशन के रूप में अधिकतम 500 से 2,500 रुपये ही मिल रहे हैं जो बहुत कम है।
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